स्वास्थ मंत्री के वादाखिलाफी के खिलाफ एक दिवसीय हड़ताल पर रहे चिकित्सक
- आईएमए के पदाधिकारियों, सिविल सर्जन सहित अन्य चिकित्सकों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
गिरिडीह। आईएमए के आह्वान पर बुधवार को गिरिडीह के साथ साथ पूरे राज्य सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर एक दिवसीय कार्य बहिष्कार पर रहे। हांलाकि सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बहाल रही। इस क्रम में सदर अस्पताल सहित शहर के सभी निजी अस्पतालों में डॉक्टरों ने किसी मरीज का इलाज किया, और न ही अपनी सेवाएं दी। शहर के गोयनका नर्सिंग होम की मुख्य महिला चिकित्सक डॉ मीता साव, नवजीवन नर्सिंग होम में डॉ0 अमिता रॉय सहित अन्य चिकित्सकों के अलावे शिवम नर्सिंग होम की मुख्य चिकित्सक डॉ इंदिरा सिंह, सहयोग हॉस्पिटल में डॉ शीला वर्मा, नवदिप नर्सिंग होम में डॉ नूतन लाल सहित अन्य चिकित्सक 24 घंटे के लिए पूरी तरह से कार्य बहिष्कार पर थी।
इधर आईएमए के गिरिडीह अध्यक्ष डॉ विद्या भूषण के नेतृत्व में डॉक्टर अमिता रॉय, डॉक्टर, संजय कुमार, रवि महर्षि, मेधा महर्षि, राजेश चंद्रा, डॉक्टर पी सहाय सहित अन्य चिकित्सक सदर अस्पताल पहुंचे और सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा के साथ राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इस दौरान चिकित्सकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि स्वास्थ मंत्री के आश्वासन के बाद भी अब तक राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन बिल लागू नहीं किया गया है और न ही पचास बेड के हॉस्पिटल और एकल क्लिनिक को क्लिक्निकल एस्टीब्लेशम्ट एक्ट से मुक्त किया गया है। जबकि स्वास्थ मंत्री ने इसके लिए वक्त पर ठोस पहल करने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद भी अब तक कुछ पहल नहीं हुआ है। कहा कि स्वास्थ मंत्री के वादाखिलाफी के विरोध में बुधवार को राज्य के सभी डॉक्टरों ने एक दिन का हड़ताल रख कर अपनी सेवाओं को ठप रखा है।