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रेलवे स्टेशन के झरियागादी में अब रोड और ओवरब्रिज का निर्माण साथ होगा, तो परियोजना की लागत भी बढ़ेगीः एडीआरएम

विद्युतीकरण का गिरिडीह-मधुपूर रेलखंड को मिलेगा फायदा, ट्रैन की स्पीड होगा दुगुना

पुराने प्रस्ताव के बजाय नए प्रस्ताव के साथ होगा परियोजना का निर्माण

सांसद-विधायक के साथ एडीआरएम ने किया बैठक

गिरिडीहः
रेलवे स्टेशन के समीप झरियागादी में प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण का स्थल निरीक्षण करने शनिवार को गिरिडीह सांसद चन्द्रप्रकाश चाौधरी के साथ स्थानीय सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और एडीआरएम मुकेश मीणा स्टेशन पहुंचे। आसनसोल डिवीजन के अपर मंडल रेलवे प्रबंधक मीणा के साथ डिवीजनल अभियंता शांतनू चक्रवती और सीनियर डीओएम भी पहुंचे थे। स्टेशन के प्रतीक्षालय में ही सांसद-विधायक के साथ रेलवे के अधिकारियों ने बैठक किया। तो बैठक में नगर निगम के उप नगर आयुक्त रोहित सिन्हा भी मौजूद थे। बंद कमरे में करीब पौने घंटे तक चले बैठक के दौरान कई फैसले लिए गए। जिसमें सांसद-विधायक ने एडीआरएम से कहा कि पहले झरियागादी तक ही ओवर ब्रिज निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन आबादी के आधार पर यह उचित नहीं होगा। ऐसे में ब्रिज और रोड का निर्माण साथ करना सही होगा। बैठक में यह भी बात सामने आया कि पहले का प्रस्ताव महज 12 करोड़ का था। लेकिन अब नए प्रस्ताव के अनुसार परियोजना निर्माण की राशि अत्यधिक जाएगा। लिहाजा, बैठक में नए प्रस्ताव के अनुसार स्टीमेट तैयार करने पर सांसद-विधायक और रेलवे के अधिकारियों के बीच सहमति बनी। एडीआरएम ने दोनों जनप्रतिनिधियांे से कहा कि रेलवे द्वारा स्टीमेट देने के बाद वक्त पर राज्य सरकार 50 फीसदी फंड उपलब्ध कराती है। तो ओवरब्रिज व रोड निर्माण के लिए रैयती जमीन के अधिग्रहण के लिए मुआवजा देने की प्रकिया शुरु कर दिया जाएगा।


इस दौरान बैठक में रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे के अंटा बंगला मैदान में खाली पड़े 2.4 एकड़ के प्लाट पर शहर के दुकानदारों के लिए वैडिंग जोन के निर्माण पर भी चर्चा किया गया। सांसद-विधायक ने बैठक के दौरान खाली पड़े प्लाॅट को नगर निगम को लीज पर देने का सुझाव देते हुए वैडिंग जोन के निर्माण का प्रस्ताव दिया। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर एडीआरएम मीणा ने कहा कि फिलहाल रेलवे द्वारा ऐसी कोई योजना पहले से तय नहीं रहती है। लेकिन प्रस्ताव आया है तो उस प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। प्रस्ताव पर स्वीकृति मिलने के बाद भूखंड को लीज पर देने का प्रकिया शुरु किया जाएगा। बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा जानकारी लेने पर एडीआरएम ने स्पस्ट कहा कि अब जल्द ही गिरिडीह-मधुपूर रेलखंड पर पहले की तरह ट्रैन को चलाया जाएगा। जितने रांउड लगते थे, उतने फेरे शुरु किए जाएगें। एडीआरएम ने कहा कि विद्युतीकरण का फायदा अब इस रेलखंड को मिलेगा। जल्द ही मधुपूर-गिरिडीह रेलखंड में परिचालन ट्रैन का स्पीड दुगुना किया जाएगा। इधर बैठक में झामुमो अध्यक्ष संजय सिंह समेत कई मौजूद थे।

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