मोमिन क्रांफेस भाजपा व आरएसएस के साथ औवेसी के दल का भी विरोध करता है, और हर चुनावों में इसकी घोषणा होगीः फिरोज अहमद
गिरिडीहः
सेक्यूलरिज्म की राजनीति करने वाले दल को मोमिन क्रांफेस का समर्थन मिलता रहा है। और आगे भी मिलेगा। मोमिन क्रांफेस ने जिन्ना का विरोध किया तो असद्दुीन औवेसी के दल एआईआईएम का भी हर चुनावों में विरोध करेगी। आॅल इंडियाा मोमिन क्रांफेस के अध्यक्ष फिरोज अहमद ने यह बातें मंगलवार को गिरिडीह में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा। अध्यक्ष अहमद शहर के स्टेशन रोड स्थित सकीना रेस्ट हाउस में मोमिन क्रांफेस द्वारा आयोजित प्रर्देश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने दिल्ली से गिरिडीह पहुंचे थे। इस दौरान अध्यक्ष फिरोज अहमद ने कहा कि देश में मुस्लिम समुदाय के अंसारी समाज का समर्थन हर किसी को नहीं दिया जा सकता। मोमिन क्रांफेस जिस प्रकार भाजपा और आरएसएस का विरोध करता है। उसी तरह औवेसी के दल को भी अपना विरोधी ही समझता है। लिहाजा, जिन राज्यों में चुनाव होने है। तो वहां मोमिन क्रांफेस द्वारा एकजुटता के हरसंभव प्रयास करते हुए औवेसी के साथ भाजपा का विरोध करते हुए मजबूत सेक्यूलर दल और उसके प्रत्याशी का चयन कर समर्थन करेंगी। वैसे एक सवाल के जवाब में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज अहमद ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव है। वहां का दौरा लगातार किया जा रहा है। और सेक्यूलर दल की पहचान कर सार्वजनिक रुप से औवेसी के राजनीतिक दल का विरोध की घोषणा करेगी। अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के बाद देश में सबसे बड़ी संख्या बुनकरों की है। लेकिन बुनकरों के उत्थान के लिए अब तक कोई प्रयास नहीं किया गया। जबकि बुनकर उद्योग से हेडीक्राफ्ट उद्योग के सहारे रोजगार मिलता है। तो बड़े पैमाने पर राजस्व भी दिया जाता है। इसके बाद भी बुनकर उद्योग से लगातार रोजगार घट रहे है।
इधर मंगलवार को मोमिन क्रांफेस के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बैठक में मौजूद अंसारी समाज के लोगों से कहा कि राज्य में आदिवासी समाज के बाद सबसे अधिक जनसंख्या अंसारियों की है। इसके बाद भी अल्पसंख्यक समुदाय के इस समाज को विकास से वंचित रखा गया। यही नही अंसारी समाज को हाशिए पर रखने का प्रयास किया गया। लेकिन अब अंसारी समाज एकजुट हो चुका है। किसी के बहकावे में नहीं आने वाला। इधर क्रांफेस के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आबिद अली, प्रदेश उपाध्यक्ष एहसान अहमद ने भी संबोधित किया। जबकि बैठक में मोमिन क्रांफेस के प्रदेश महासचिव जैनूल असंारी, गिरिडीह अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सईद, जिला महासचिव कैसर अली, शब्बीर आलम, ताजूद्दीन, मंजूर आलम, मीडिया प्रभारी आबिद अंजुम समेत काफी संख्या में अंसारी समाज के लोग मौजूद थे।