भारत ज्ञान-विज्ञान समिति ने मनाया बापू की 73वां पूण्यतिथि
वर्तमान समय में गांधी जी के ग्राम स्वराज की कल्पना की प्रासंगिकता
गिरिडीह। जिले के जमुआ प्रखंड के चित्तरडीह स्थित पंचायत सचिवालय में शनिवार को भारत ज्ञान विज्ञान समिति के द्वारा महात्मा गांधी का 73वां पूण्यतिथि मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष मो. आलम अंसारी व संचालन जिला सचिव बैजनाथ प्रसाद वर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रदेश महासचिव विश्वनाथ सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी के भजन वैष्णव जन तो तेने कहिए एवं रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम से की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि आज के समय में जब लोग अपने स्वार्थ में सब कुछ भूल रहे हैं। लोग बाजारवाद की तरफ बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में गांधी जी की ग्राम स्वराज की कल्पना एवं एक दूसरे को मदद करने की भावना की प्रासंगिकता काफी हद तक बढ़ गई है। कहा कि महात्मा गांधी को शहीद नहीं किया गया बल्कि उनके विचारों को समाप्त करने की कोशिश की गई।
जिला अध्यक्ष मोहम्मद आलम अंसारी ने कहा की गांधी जी के विचारों को अब गांव-गांव नहीं घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है, ताकि लोगों में द्वेष की भावना ना बने और अभी जिस प्रकार देश को तोड़ने का काम किया जा रहा है उस पर अंकुश लगे। लोगों में एक दूसरे के प्रति मदद करने की भावना पैदा हो। आज गांधी जी के शहादत दिवस पर मैं भारत सरकार से मांग करता हूं की जो कृषि कानून लाया गया है वह फिजूल है बकवास है उससे किसानों को फायदा नहीं होगा। बल्कि किसान आजाद भारत में गुलाम बनाए जाएंगे। इसलिए ऐसे फजूल कानून को तुरंत रद्द करें।
श्री बैजनाथ प्रसाद वर्मा ने कहा कि हम सभी को अपने जीवन में गांधीजी के आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए और अपने गांव को आत्मनिर्भर बनाने की ओर आगे बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुखिया प्रतिनिधि शहादत आलम, प्रखंड सचिव दिवस कुमार, कोषाध्यक्ष नुनदेव रविदास, उपाध्यक्ष सरताज परवेज, अरुण कुमार वर्मा, रामप्रसाद राणा, रवि कुमार, महेंद्र हजरा के साथ काफी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए।