हेंमत सरकार में हत्या और दुष्कर्म के बढ़ते घटनाओं के विरोध में भाजपा ने दिया धरना
- पुलिस घटना को रोकने के बजाय विरोध करने वालों को कर रही दंडित
- दुष्कर्म व हत्या की घटना हेमंत सरकार की उपलब्धि: पूर्व विधायक
गिरिडीह। हत्या और दुष्कर्म के बढ़ते घटनाओं के विरोध में भाजपा के गिरिडीह कमेटी ने बुधवार को हेंमत सरकार के खिलाफ धरना दिया। शहर के अबेंडकर चाौक में पार्टी के धरना की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने किया। धरना को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा ने हेंमत सरकार के कार्यकाल पर भड़ास निकालते हुए कहा कि एक साल के कार्यकाल में ठप पड़े विकास योजना और दुष्कर्म व हत्या की घटना ही एक बड़ी उपलब्धि बनकर उभरी है। क्योंकि हर रोज राज्य के किसी ना किसी जिले से हत्या और दुष्कर्म की खबरें सुनने को मिल रही है।
सरकार का विरोध करने वालों को धमका रही है पुलिस
मौके पर पार्टी के नेता पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, उप महापौर प्रकाश सेठ, पूर्व मेयर सुनील पासवान, अधिवक्ता संघ के सचिव चुन्नु कांत, सांसद प्रतिनिध दिनेश यादव, विनय सिंह, दिलीप वर्मा, जिला मंत्री सुभाष चन्द्र सिन्हा व संदीप डंगाईच, मोती लाल उपाध्याय, पूर्व जिला मंत्री देवराज, संजीत सिंह पप्पू समेत नेताओं ने भी राज्य सरकार को एक विफल सरकार बताते हुए कहा कि अब हेंमत सरकार से जनता तंग आ चुकी है। क्योंकि हर एक व्यक्ति को यही भय लगता है कि उनकी बेटी और बहन घर से निकली है, तो सुरक्षित लौटेगीं की नहीं। कहा कि सरकार का विरोध होने पर पुलिस विरोध करने वालों को खुलेआम धमकाती है। इससे जाहिर है कि पुलिस हालात सुधारने से अधिक विरोध करने वालों को दंडित करने के प्रति जिम्मेवारी समझ रही है।
अनुभवहीन सरकार की दी संज्ञा
इस दौरान नगर महामंत्री संदीप डंगाईच ने हेंमत सरकार को अनुभवहीन सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि लोगों को हेमंत सरकार से काफी उम्मीदें थी कि यह सरकार एक बेहतर कार्यकाल देगा। लेकिन साल भर में ही झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन सरकार ने एक लचर सरकार चलाने का प्रमाण दे दिया। धरना में भाजपा नेता विनय सिंह, प्रदीप शर्मा, हरमिंदर सिंह बग्गा, रजनी कौर, छोटू खान, यदुनंदन पाठक, रागिनी लहरी समेत कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।