एक साल पूर्व बालमुकुंद फैक्ट्री से निकाले गए मजदूरों को अब तक नही मिला न्याय, लगा रहे श्रम कार्यालय का चक्कर
- 145 मजदूरों को न्याय नही मिलने पर माले ने दी आंदोलन की चेतावनी
गिरिडीह। भाकपा माले ने शुक्रवार को एक वर्ष पूर्व चतरो स्थित बालमुकुंद फैक्ट्री से बिना सूचना के ही काम से निकाल दिए गए 145 मजदूरों को न्याय दिलाने की मांग प्रशासन से की है। इस दौरान माले नेताओं ने मजदूरों को न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शुक्रवार को भाकपा माले नेता सह सिदो-कान्हू जन संघर्ष मंच के संरक्षक राजेश यादव तथा गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने मजदूरों से संबंधित केस की तारीख पर श्रम कार्यालय पहुंचे और मजदूरों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने बताया कि एक साल पूर्व बाल मुकुंद फैक्ट्री में काम करने वाले 145 मजदूरों को बिना किसी कारण के ही निकाल दिया गया था। काम से निकाले जाने के बाद से ही कई मजदूर न्याय की उम्मीद लिए अरगाघाट रोड स्थित श्रम कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नही मिला है। यहां तक कि फैक्ट्री प्रबंधन अब तो उन्हें अपने यहां का मजदूर मानने से भी इंकार कर रहा है। कहा कि गिरिडीह की फैक्ट्रियों की ये कहानी पुरानी है। हक की बात करने वाले किसी भी मजदूर को फैक्ट्री वाले पहचानने से इंकार कर देते हैं।
कहा कि, जल्द ही मजदूरों को न्याय नही मिला तो माले चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगी। मौके पर निष्कासित मजदूर बनर्जी तुरी, निर्मल तुरी, हीरालाल पंडित, महेंद्र राना, गणेश तुरी, राजू तुरी, भुनेश्वर राय इत्यादि मौजूद थे।