हेमंत सरकार के नियोजन नीति के खिलाफ सड़क पर उतरे छात्र, झारखंड बंद का दिखा असर
- नही चली लंबी दूरी की सवारी वाहने, बाजार को भी कराया बंद
गिरिडीह। हेमंत सरकार के नियोजन नीति को लेकर लाए गए 60-40 के फार्मुले के विरोध में रांची में प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर हुए लाठी चार्ज की घटना के खिलाफ झारखंड बंद का व्यापक असर गिरिडीह में देखने को मिला। शहर से लेकर ग्रामीण इलाको में काफी हद तक लंबी दूरी की वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहा। वहीं शहर के बाजार को भी बंद करने का प्रयास किया गया। इस दौरान कुछ दुकानें खुली भी, लेकिन बंद कराने निकाले छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए दुकानदारों ने अपने दुकान खुद ब खुद कुछ देर के लिए बंद कर दिया। बुधवार की सुबह ही शहर में छात्रों की टोली हेमंत सरकार विरोधी नारे लिखे तख्ती के साथ भ्रमण करते दिखे। इस दौरान हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्रों का हुजुम झंडा मैदान के समीप रोड जाम कर दिया।
बंद समर्थकों के प्रदर्शन को देखते हुए डीएसपी संजय राणा और नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी भी सड़कों पर सक्रिय दिखे। हर अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस अधिकारी और जवान मुस्तैद दिखे। छात्रों की टोली जब सर जेसी बॉस स्कूल के समीप रोड जाम शुरू किया तो उन्हें समझाने नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी खुद आए, और रोड जाम हटाने की अपील की। इसके बाद सभी रोड जाम को हटाते हुए प्रदर्शनकारी छात्रों की टोली बरगंडा की ओर बढ़ गए, तो उनके साथ नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी भी पुलिस जवानों के साथ रहे। जिसे छात्रों को किसी दुकान और बाजार को जबरन बंद कराने का मौका नहीं मिला।
इधर नेशनल हाईवे में प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रदर्शन के कारण काफी हद तक सवारी वाहनों और मालवाहक वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा। जब तक हेमंत सरकार के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन होता रहा। तब तक नेशनल हाइवे में गाड़ियां खड़ी रही। इस दौरान डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार भी डुमरी और निमियघाट थाना प्रभारी के साथ इलाके में गस्ती करते दिखे। आते जाते वाहनों के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसे रोकने के लिए खुद एसडीपीओ और दोनां थाना प्रभारी भी पुलिस जवानों के साथ सक्रिय नजर आए।