चैंबर ऑॅफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने किया प्रेसवार्ता, कहा रेलवे से गिरिडीह का हक लेने के प्रयास में है
गिरिडीहः
फेडरेशन ऑफ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इण्ड्रस्टीज के क्षेत्रिए उपाध्यक्ष सह गिरिडीह चैंबर के पदाधिकारियों में प्रदीप अग्रवाल, प्रमोद कुमार, दिनेश खेतान, राजेन्द्र भरतिया ने गुरुवार को प्रेसवार्ता किया। चैंबर के पदाधिकारियों ने इस दौरान कहा कि फेडरेशन चैंबर ऑफ कॉमर्स में गिरिडीह के प्रतिनिधियों की संख्या सौ करीब होने के कारण फेडरेशन ने क्षेत्रिए उपाध्यक्ष सह उद्योगपति प्रदीप अग्रवाल को जेडयूआरसीसी रेलवे परामर्श दात्री समिति के प्रतिनिधी के रुप में प्रस्तावित किया था। जिसे रेल बोर्ड ने स्वीकार भी किया। क्योंकि परामर्श दात्री की बैठक में खुद कई बार रेलवे बोर्ड के चैयरमेन मौजूद रहते है। लिहाजा, इसका फायदा अब लिया जा रहा है। जिसे गिरिडीह समेत ईस्ट रेल जोन के अधीन आने वाले जिलों को लेकर कुछ महत्पूर्ण डिमांड किए गए थे। और गिरिडीह के लिए ही अकेले 15 मांगे शामिल थी। पिछले 13 सितबंर को ही उद्योगपति प्रदीप अग्रवाल भी कोलकाता में जीएम के मौजूदगी में हुए बैठक में शामिल हो कर 15 सूत्री मांगो को रखा था। जिसमें मुख्य रुप में कोलकाता-पटना के लिए एक ट्रेन की मांग की गई। और इस ट्रेन सुविधा की मांग करते हुए कहा भी गया था कि इस ट्रेन सुविधा को सुविधानुसार बंगाल के कोलकाता के बजाय सियालदह व हावड़ा से पटना के लिए परिचालन शुरु कराया जाएं। लेकिन इस ट्रेन का विस्तार कोडरमा-वाया न्यू गिरिडीह-महेशमुंडा स्टेशन तक तय किया जाएं। प्रेसवार्ता के दौरान चैंबर के पदाधिकारियों ने कहा कि रांची-गिरिडीह इंटरसिटी सेवा शुरु किया गया है। लेकिन कारोबारी गतिविधियों के लिहाज से यह काफी नहीं है। बल्कि और ट्रेन सुविधा बढ़ाने की जरुरत है। चैंबर के पदाधिकारियों ने अब तक केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी का सहयोग पूरा मिला है। जिसकी बानगी है गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन होना। चैंबर के पदाधिकारियों ने कहा कि अब चैंबर का प्रयास है कि गिरिडीह में जल्द रिंग रोड निर्माण की स्वीकृती हो। चैंबर के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि हालांकि इसके लिए सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू लगातार प्रयासरत है। जिसका परिणाम है शहर से पचंबा तक सड़क चौड़ीकरण निर्माण को स्वीकृति मिलना।