मातृत्व शिशु स्वास्थ केंद्र में गर्भवति का डिलीवरी कराने के नाम जारी है जबरन धन उगाही
- मामले की जानकारी मिलने पर पहुंचे सदर विधायक करीब डेढ दर्जन लोगों का कराया पैसा वापस
- सदर विधायक ने सीएस को दिया ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित कर कार्रवाई का निर्देश
गिरिडीह। चैताडीह में संचालित मातृत्व शिशु स्वास्थ केंद्र में डिलीवरी कराने के लिए आने वाली प्रसुति महिलाआंे से जबरिया धन उगाही का खेल अब भी बदस्तुर जारी है। सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा के डांट फटकार के बाद भी एसएनसीयू के सिंडीकेट पर कोई असर नहीं पड़ रहा था। हालांकि गुरुवार की देर रात कई गर्भवती महिलाओं से उनके नवजात शिशुओं के डिलीवरी कराने के नाम पर जबरन धन उगाही की जानकारी जब सदर विधायक को हुई तो वे शुक्रवार की सुबह मातृत्व शिशु स्वास्थ केंद्र पहुंचे गए, और स्वास्थ्य कर्मियों को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान विधायक ने सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा और पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह को भी मौके पर बुलाकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

बताया जाता है कि हरसिंहरायडीह की रहने वाली अनु गुरुवार को अपने पैसेंट को लेकर मातृत्व शिशु स्वास्थ केंद्र पहुंची थी। रात को उसकी डिलीवरी हुई। जिसके कुछ देर बाद प्रसुति महिला की तबीयत खराब होने लगी। इस दौरान एसएनसीयू के लेबर रूम में रात की ड्यूटी में तैनात नर्स ने देखने के नाम पर एक हजार ले लिए। जिसके बाद उसके पैसेंट का इलाज किया गया।

इस बात की जानकारी हरसिंगरायडीह के पार्षद पप्पु रजक ने सदर विधायक को दी। जिसके बाद शुक्रवार की सुबह जब विधायक श्री सोनू अस्पताल पहुंचे तो अन्य मरीजों के परिजनों ने भी उनसे स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बात बात पैसे की मांग किए जाने की शिकायत की गई। बताया गया कि नर्स और सहिया मिलकर गर्भवती महिलाओं को पैसे नही मिलने पर जबरन शहर के निजी नर्सिंग होम रेफर करा देती है। गुरुवार की रात को भी यही हुआ, नॉर्मल डिलीवरी वाले केस को भी रेफर करा दिया गया। जबकि कई अटेंडेंट से सहिया और एसएनसीयू की नर्स ने देर रात 1 हजार से तीन हजार तक सिर्फ नवजात का डिलीवरी कराने के नाम पर लिया गया। शिकायत सुनने के बाद सदर विधायक और सिविल सर्जन ने पैसे उगाही करने वाली सहिया और नर्स ककी तलाश करने के साथ ही करीब डेढ़ दर्जन प्रसुति के परिजनों को पैसे वापस कराया।
इस दौरान सदर विधायक ने सिविल सर्जन से ऐसे नर्स व सहिया को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करने को साथ सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया।