जल मीनार में लगे सोलर व अन्य सामान को जप्त करने के मामले में ग्रामीणों व वन विभाग के कर्मी भीड़े
- दोनों ओर से दिए गए आवेदन पर तिसरी थाना ने दर्ज की प्राथमिकी
गिरिडीह। तिसरी थाना क्षेत्र के चंदवा पहरी आदिवासी टोला गांव में जल नल योजना से बने जल मीनार में लगे सोलर व अन्य सामान को वन विभाग द्वारा जप्त करने के मामले में ग्रामीण और वनविभाग के अलग-अलग आवेदन थाना में देने पर एक दूसरे के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। ग्रामीण पंकज मरांडी के आवेदन पर तिसरी थाना में कांड संख्या 66/23 के तहत प्रभारी वनपाल अभिमित राज, प्रकाश कुमार, पप्पू शर्मा सहित अन्य पांच वनकर्मी पर प्राथमिकी किया गया। वहीं प्रभारी वनपाल अभिमित राज के आवेदन पर कांड संख्या 65/23 के तहत ग्रामीण पंकज मुर्मू, सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव, मुखिया जानकी यादव पर सरकारी काम में बाधा डालने की प्राथमिकी दर्ज हुई है।
ग्रामीण पंकज मराण्डी ने आवेदन में कहा है कि बिना कारण बताए सोलर पानी टंकी से सामान जप्त करने पर ग्रामीणों ने विरोध किया तो अभिनीत राज सहित अन्य कर्मी जाति सूचक गाली देने लगे। जाति सूचक गाली नही देने की बात करने पर मारपीट की गई। गा्रमीणों ने इस मामले को लेकर धनवार विधायक बाबूलाल मरांडी को भी आवेदन देकर न्याय की मांग की है।
वहीं प्रभारी वनपाल अभिमित राज ने कहा कि तिसरी वन परिसर में आकर मनोज यादव सांसद प्रतिनिधि, जानकी यादव मुखिया, पंकज मरांडी गाली गलौज कर धमकी देने लगे। वनरक्षी मुकेश कुमार दास से ऑफेंस बुक का पन्ना फाड़ दिया। वर्दी उतारने की धमकी दी गई। मना करने पर धक्का मुक्की किया गया।
इधर सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव ने कहा कि जनता की समस्या का निराकरण और इंसाफ दिलाने के लिए आगे आने पर मुझे फंसाया गया है। फर्जी मुकदमा कर अपनी गलती को छुपाने की प्रयास है।
बहरहाल यह पीएचईड़ी और वनविभाग के बीच का मामला है। ग्रामीणों को वर्षाे से पानी की समस्या से निजात मिली है। उपकरण को गांव से उखाड़ कर ले जाने पर विरोध ग्रामीणों द्वारा करना लाजमी है। इस मामले में विभागीय लापरवाही के कारण ग्रामीणों को पेयजल समस्या हो गई है। गलती किसकी है यह जांच का विषय है, फिलहाल पानी के लिए सवा सौ आदिवासी ग्रामीण भटकने को मजबूर है।