कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ मैदानों में फिर गुंजा नमस्ते सदा वात्सले मातृभूमें
नवरात्रा के पहले दिन आरएसएस की शाखाएं घरों से निकल कर पहुंची मैदान में
अष्टमी से दशमी तक होगी शस्त्र पूजन
कोडरमा। लॉक डाउन के बाद आरएसएस की शाखाएं मैदानों के बजाय घरों में लग रही थी। नवरात्र के पहले दिन शनिवार को 11 शाखाये पूर्वरत मैदानों में फिर से नमस्ते सदा वात्सले मातृभूमें के साथ स्वयं सेवकों ने स्वास्थ्य सुरक्षा का भी अनुपालन किया। मास्क लगाकर सूर्य नमस्कार प्रणायाम, ध्यान एवं खेलकूद व अन्य गतिविधियां दूरी बनाकर आयोजित की। स्वंसेवक अपने साथ सेनिटाइजर भी रखे हुए थे।
कोविड-19 के कारण घरों में लगाई जा रही थी शाखाएं
आरएसएस के जिला कार्यवाहक मनोज राणा ने बताया कि 22 मार्च से बंद संघ की शाखाओं को कुटुम्ब शाखाओं में बदल दिया गया था। इसके बाद शाखाये घर मे ही लग रही थी। शाखाओं में खो खो, दौड़, सूर्य नमस्कार एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इस दौरान कोविड नियमों का पालन किया जा रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि जिले के विभिन्न शाखाओं के द्वारा अष्टमी से दशमी तक शास्त्र पूजन आयोजित होगा। शाखाये अपने सुविधा अनुसार एक स्थान पर 50 स्वंय सेवको के साथ पूर्ण गणवेश में शामिल होंगे। इस वर्ष कोविड 19 को देखते हुए पथ संचलन कार्यक्रम आयोजित नही होगा।
बैठक में लिए गये कई निर्णय
बताया कि आरएसएस की प्रान्त इकाई के द्वारा ऑन लाईन बैठक में फिर से शाखाओं को मैदान में लगाने का निर्देश दिया गया और नवम्बर माह के अंतिम रविवार को नगर जिला व अन्य कमिटियों का आरएसएस के चुनाव कराने की बात कही गयी। इधर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में झुमरी तिलैया में रवि कुमार, मुरली प्रसाद, कोडरमा में मोती लाल यादव चंदवारा में सूरज कुमार, जयनगर में सुनील यादव, मरकच्चो में नकुल कुमार, डोमचांच में धीरज वर्णवाल, सतगावां में दयानंद अग्रवाल, बरही में कृष्णा साव, चैपारण में शंकर दास, चलकुसा में अजय सिंह तथा बरकट्ठा में संतोष कुमार ने सखाओं को शामिल किया।