धरना रोकने पहुंचे नगर थाना प्रभारी और बोकारो विधायक के बीच हुई तीखी नोकझोक
- विधायक के कड़े शब्दो पर थाना प्रभारी ने कहा वो हमेशा बोरिया बिस्तर समेटे रहते है तैयार
गिरिडीह। हेमंत सरकार के खिलाफ भाजपा के धरना और प्रदर्शन के दौरान बुधवार को नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी और बोकारो विधायक बिरंची नारायण के बीच तीखी नोक झोक हो गई। जबकि धरना में जमुआ विधायक केदार हाजरा के साथ जिला अध्यक्ष महादेव दुबे और गिरिडीह के प्रभारी अमित तिवारी और किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिलीप वर्मा और वरिष्ठ भाजपा नेता चुन्नुकांत भी थे। किसी ने विवाद खत्म करने का प्रयास नहीं किया। लिहाजा, बोकारो विधायक बिरंची नारायण भी धरने को रोकने आए नगर थाना प्रभारी से उलझ बैठे और थाना प्रभारी को मौके पर कड़ा अल्टीमेटम देते हुए कह बैठे की वो धरने को कैसे रोकने आ गए। इससे पहले शहर के अंबेडकर चौक पर कोई धरना नही हुआ, जो गिरिडीह पुलिस धरने को रोकने आ गई।
इस दौरान विधायक बिरंची नारायण और नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी के बीच जमकर बहसबाजी हुई। विधायक बिरंची ने उसी धरने के दौरान कुछ ऐसा कहा की मजबूरी थाना प्रभारी को कहना पड़ा की वो हमेशा बोरिया बिस्तर समेटे तैयार रहते है। उन्हे इस बात की फिक्र नहीं की नौकरी के लिया कहा भेजा जाएगा। हालांकि बाद में जब किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिलीप वर्मा सहित अन्य भाजपाईयों ने हस्तक्षेप किया तो मामला सुलझा और इसके बाद सभी भाजपा नेता उठ कर सरकार के खिलाफ शहर में विरोध जुलुश निकाला। और हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। इस दौरान विरोध जुलुश में भाजपा नेत्री शालिनी, भाजपा नेता प्रदीप साहू समेत कई शामिल थे।