यक्ष्मा दिवस पर गिरिडीह स्वास्थ विभाग ने किया विचार गोष्ठी का आयोजन, तो निकाला गया रैली
गिरिडीहः
यक्ष्मा दिवस पर गुरुवार को गिरिडीह सदर अस्पताल से रैली का आयोजन किया गया। तो यक्ष्मा दिवस पर ही अस्पताल में विचार गोष्ठी भी की गई। विचार गोष्ठी यक्ष्मा उन्मूलन के मौके पर हुआ। इस दौरान अस्पताल से सबसे पहले रैली निकाला गया। जिसमें अस्पताल की कई नर्से शामिल हुई। और रैली के माध्यम से नर्सो ने विभिन्न नारों के बीच टीवी से पीड़ित लोगों को जागरुक हो कर इलाज कराने की बात कही। रैली अस्पताल से निकल कर शहर भ्रमण कर वापस अस्पताल लौटा। जहां विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए डीडीसी शशिभूषण मेहरा ने कहा कि पहले जिस व्यक्ति को टीवी की बीमारी होता था। उसकी उम्र होने का अंदेशा पकड़ता था। क्योंकि टीवी की बीमारी को लेकर कोई दवा नहीं था। लेकिन अब हालात सुधरे है और टीवी को लेकर कारगर दवाएं बनी है। सरकार ने इसे लेकर जागरुकता बढ़ाया। और अब देश को टीवी मुक्त करने लक्ष्य पर प्रयास तेज कर दिया गया है। इतना ही नही कई देशों में यह पूरी तरह से नियंत्रित हो चुका है। भारत में इसे लेकर युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे है।
मौके पर सिविल सर्जन शिवप्रसाद मिश्रा ने राॅबर्ट काॅक्स का जिक्र करते हुए कहा कि इस बीमारी की खोज राॅबर्ट ने किया। और टीवी मुक्त कैसे हो, इसके लिए दवाई बनाने का प्रयास शुरु हुआ। जिसमें सफलता मिली, तो अब भारत सरकार के साथ हर राज्य सरकारों ने इस दिशा में प्रयास तेज करते हुए एक-एक टीवी ग्रसित व्यक्ति को तलाशा जा रहा है। लेकिन इसके लिए समाज को भी जागरुक होना जरुरी है। क्योंकि समाज को बगैर जागरुक हुए इस पर कंट्रोल करना संभव नहीं। इधर यक्ष्मा विभाग के इस विचार गोष्ठी के दौरान डा. कमलेशवर प्रसाद सिंह, डा. सत्यकी हेम्ब्रम समेत कई चिकित्सक और स्वास्थ कर्मी मौजूद थे।