पोषण सखी के 8 माह से बकाये मानदेय की मांग को लेकर आंदोलन करेगा सीटू
- झारखंड सरकार पोषण सखी को हटाने की कर रही साजिश: संजय पासवान
कोडरमा। मार्च महीने से यानी करीब 8 माह से पोषण सखी का मानदेय नहीं देने तथा पोषण सखी को उनके पद से हटाने की हो रही झारखंड सरकार की साजिश का सीटू विरोध करेगा। रविवार को ब्लॉक परिसर में पोषण सखी समन्वय समिति (सीटू) की बैठक में सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में झारखंड के अति कुपोषित छह जिलों चतरा, गिरिडीह, धनबाद, गोड्डा, दुमका और कोडरमा में पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में करीब दस हजार पोषण सखी की नियुक्ति हुई थी। लेकिन पिछले 8 माह से उन्हें मानदेय नहीं मिल रहा है। जिसके कारण दुर्गापूजा, दिवाली व छठ जैसे त्योहार फीका रहा।
कहा कि दूसरी तरफ झारखंड सरकार पोषण सखी को हटाने की साजिश कर रही है। एक तरफ हेमन्त सरकार रोज घोषणा कर रही है कि लाखों रिक्त पदों पर जल्द बहाली होगी, दूसरी तरफ 10 हजार पोषण सखी का रोजगार खतरे में है। क्योंकि समाज कल्याण विभाग के निदेशक आंजनयुलु डोड्डे ने अपने पत्रांक – 1596 स० क० दिनांक – 29/10/2021 के माध्यम से सभी छह जिलों के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को पत्र लिखकर भविष्य में पोषण सखी की आवश्यकता है कि नहीं इस संबंध में मन्तव्य मांगा है। इससे साफ है कि सरकार अपने उपर जिम्मेदारी नहीं लेकर जिला समाज कल्याण विभाग पर थोपकर पोषण सखी का रोजगार छीनना चाहती है, जिसके खिलाफ हर हर स्तर की लड़ाई लड़ी जाएगी।
सुलेखा वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में बकाया मानदेय भुगतान करने की मांग एवं पोषण सखी को हटाये जाने की साजिश के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया। इसकी तैयारी को लेकर 16 मई को पोषण सखी की विस्तारित बैठक आयोजित की जाएगी।
बैठक में गायत्री देवी, निशा भारती, सुलेखा वर्मा, अंजु देवी, रिंकी देवी, जरीना खातुन, सुनीता देवी, बेबी शाहा, कंचन देवी, आरती देवी आदि मौजूद थी।