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गिरिडीह के धनवार में संचालित अवैध क्लिनिक में गर्भवती और उसके पांच माह की बेटी का फर्जी चिकित्सक ने लिया जान, ग्रामीणों ने किया रोड जाम

सील हुआ अवैध क्लिनिक, सारे स्टॉफ गिरफृतार, फर्जी चिकित्सक हुआ फरार

गिरिडीहः
गिरिडीह के धनवार थाना क्षेत्र के खोरीमहुआ में मंगलवार को एक अवैध क्लिनिक सोनाक्षी किलनिक में गर्भवती ओर उसके पांच माह के नौनिहाल की मौत हो गई। मृतका सुाशीला देवी तिसरी थाना क्षेत्र के पपीलो नावाडीह गांव की रहने वाली थी। घटना के बाद मृतका सुशीला देवी के पति और सास समेत परिजनों का गुस्सा इस कदर भड़का कि ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने खोरीमहुआ-जमुआ मेन रोड को जाम कर दिया। इस दौरान परिजनों ने सुशीला देवी के शव लदे एबूलेंस के साथ रोड जाम किया। ओर क्लिनिक के संचालक और चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। रोड जाम की जानकारी मिलने के बाद धनवार एसडीएम धीरेन्द्र सिंह और धनवार थाना प्रभारी पिकू प्रसाद भी रोड जाम स्थल पहुंचे। और पूरे मामले की जानकारी लिया। रोड जाम कर रहे ग्रामीणों के साथ परिजनों ने कहा कि जब तक क्लिनिक संचालक सह फर्जी चिकित्सक गुलशन अग्रवाल मुआवजा नहीं देते, और अवैध तरीके से संचालित सोनाक्षी क्लिनिक को बंद नहीं किया जाता है। तब तक रोड जा लगा रहेगा।
काफी समझाने के बाद परिजन माने, और रोड जाम को हटाया गया। इस दौरान एसडीएम और थाना प्रभारी ने सोनाक्षी क्लिनिक का पूरा माजरा समझा। लेकिन सुशीला देवी के मौत के बाद क्लिनिक संचालक गुलशन अग्रवाल फरार हो चुके थे। सिर्फ कुछ स्टॉफ थे, जिन्हें एसडीएम के निर्देश पर हिरासत में लिया गया। और पूरे क्लिनिक को सील कर दिया गया। सील करने के क्रम में ही पदाधिकारियों ने सुशीला देवी के पांच माह के नवजात के शव को क्लिनिक से बरामद किया गया।ं जानकारी के अनुसार नवजात के शव को भी निपटाने की प्रकिया किया जा रहा था। इधर घटना के दौरान मृतका की मां फूलवा देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी 30 वर्षीय बेटी सुशीला देवी पांच माह की गर्भवती थी। सोमवार की देर शाम जब सुशीला देवी को दर्द के साथ रक्तस्त्राव होना शुरु हुआ। तो वो अपने गुजरात के सूरत में काम कर रहे दामाद शंकर राय को मामले की जानकारी दिया। दामाद के सुझाव पर वह अपनी बेटी को पहले तिसरी के एक झाोला छाप चिकित्सक के यहां लेकर गई। जहां तिसरी के झोला छाप चिकित्सक डॉक्टर भागीरथ वर्मा के कहने पर देर रात को धनवार के खोरीमहुआ स्थित सोनाक्षी क्लिनिक लेकर पहुंची। जहां उनकी बेटी को चिकित्सक सह संचालक गुलशन अग्रवाल ने देखने के बाद कहा कि उनकी बेटी का बड़ा ऑपरेशन करना होगा। और इसके लिए पचास हजार रुपए जमा करे।
गुलशन के कहने पर सुशीला की मां ने पचास हजार जमा भी किए। और देर रात ही उनकी ऑपरेशन के क्रम में उनकी बेटी की हालत बिगड़ने लगी। इस बीच सुशीला की हालत खराब होते देख क्लिनिक संचालक गुलशन अग्रवाल फरार हो चुका थां वहीं दुसरे दिन मंगलवार सुबह करीब नौ बजे अवैध क्लिनिक के स्टॉफ ने सुशीला की हालत खराब होने का हवाला देकर एबूलेंस से कहीं ओर भेजने लगे। लेकिन कहां, यह बताने से सारे स्टॉफ ने इंकार कर दिया। इस बीच रास्ते में ही उनकी बेटी की मौत हो चुकी थी। और एबूलेंस को रुकवा कर मृतका की मां ने पहले मनसाडीह गांव स्थित एक क्लिनिक में जांच कराई, तो चिकित्सक ने बेटी के मृत होने की बात कहा। इसके बाद भी जब सुशीला की मां फूलवा देवी को भरोषा नहीं हुआ, तो कुछ दूर स्थित दुसरे क्लिनिक में मृत बेटी के शव को जांच कराई। इस दौरान इस क्लिनिक के चिकित्सक ने भी सुशीला देवी के मृत होने की पुष्टि किया। सुशीला की मां के अनुसार उनकी बेटी को पहले भी एक बेटी हो चुकी है। जबकि अवैध क्लिनिक सोनाक्षी नर्सिंग होम में मृतका सुशीला को दुसरी बार बेटी ही थी।

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