अधिवक्ता संघ का द्विवार्षिक चुनाव 8 सितंबर को
- कल शाम पांच बजे तक प्रत्याशी कर सकेंगे जनसंपर्क अभियान
कोडरमा। 8 सितंबर को होने वाले अधिवक्ता संघ का चुनाव प्रचार मंगलवार को पांच बजे समाप्त हो जाएगा। चुनाव को लेकर रविवार को जिले के विभिन्न इलाकों में 40 प्रत्याशियों ने अपने-अपने पक्ष में मतदान करने के लिए अधिवक्ताओं के घर पहुंच कर जनसंपर्क अभियान चलाया। वहीं हर मतदाता पूरी तरह से खामोश होकर चुनाव के दिन का इंतजार कर रहे हैं। अधिवक्ता संघ के द्विवार्षिक चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। मतदान 8 सितंबर को दिन सुबह 9 बजे से शाम 3 बजे तक चलेगा और शाम 4 बजे से मतगणना शुरू होगी।
इधर चुनाव प्रवेक्षक झारखंड स्टेट बार काउंसिल के राधेश्याम गोस्वामी ने कोडरमा के चुनाव पदाधिकारियों के साथ बैठक की और मतदान सहित अनेक कार्यों पर बारीकियों से चर्चा किया। इधर चुनाव अधिकारी सुरेश प्रसाद ने बताया कि मतदान की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है 16 पदों के लिए कुल 40 लोगों ने पर्चा भरा है। हर मतदाता को 7 तरह के मतपत्र पर अपना मत देना होगा। इसके लिए 5 बूथ बनाए जाएंगे जहां कि 287 मतदान करेंगे। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में एक बुजुर्ग अधिवक्ता मतदाता उसके बाद एक महिला अधिवक्ता तथा सबसे जूनियर अधिवक्ता को मत दिलाने के बाद अन्य मतदाताओं को मत डालने की प्रक्रिया दी जाएगी। झारखंड स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन राधेश्याम गोस्वामी ने मुख्य चुनाव पदाधिकारी सुरेश प्रसाद, संजय लाल, हरिशंकर प्रसाद के साथ बैठक किया।
- ये हैं प्रत्याशी
निर्वाची पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए जगदीश लाल सलूजा, लक्ष्मण चौधरी प्रत्याशी है। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए धीरज कुमार जोशी, अरुण कुमार सिन्हा, प्यारेलाल यादव और शिवनन्दन कुमार शर्मा, महासचिव पद के लिए शैलेन्द्र कुमार अभय, रणजीत दुबे, मनीष कुमार सिंह, राम लखन सिंह, आत्मानन्द पांडेय, ज्ञान रंजन, संयुक्त सचिव प्रशासन के लिए प्रशांत कुमार, संयुक्त सचिव पुस्तकालय के लिए विनोद कुमार अविनाश, अरुण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष के लिए मोतीलाल शर्मा, कपिलदेव प्रसाद, सह कोषाध्यक्ष के लिए ऋतम कुमारी और जयगोपाल शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य के 9 पदों पर चन्दन कुमार पांडेय, राज कुमार श्रीवास्तव, शंकर प्रसाद सिन्हा, रीना कुमारी, अनिल कुमार, कृष्णदेव यादव, दिनेश प्रसाद सिंह, आमीर निजामी, प्रदीप कुमार, रोहित कुमार सिंह, विनोद कुमार ठाकुर, गोरखनाथ सिंह और सुधांशु पांडेय अपनी किस्मत आजमां रहे हैं।