अपहरण के 24 घंटे के अंदर पुलिस को व्यवसायी को छुड़ाने में मिली सफलता
6 अपहरणकार्ताओं को भी किया गिरफ्तार
फिरौती के लिए किया गया था द्वारपहरी के कारोबारी का अपहरण
गिरिडीह। जिले के द्वारपहारी बाजार से अपहृत इलेक्ट्रिक सह हार्डवेयर कारोबारी हिमांशु मंडल को गिरिडीह पुलिस ने अपहरणकर्ता के चंगुल से घटना के 24 घंटे के अंदर छुड़ाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस दौरान पुलिस ने 6 अपराधियों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए हजारीबाग-चतरा के सीमावर्ती इलाका धर्मपूर गांव के बलिया जंगल से अपहृत हिमांशु को बरामद कर लिया। साथ ही अपहरण कांड में शामिल छह अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के पास अर्टिगा कार समेत एक पिस्तौल व पांच मोबाइल भी बरामद किया है।
दो अपराधी पहले भी डकैती और हत्या के आरोप में जा चुके है जेल
सोमवार की शाम एसपी अमित रेणु और बिरनी एसडीपीओ विनोद महतो ने प्रेसवार्ता कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फिरोती के लिए ही हिमांशु का अपहरण किया गया था। बताा कि गिरफ्तार अपराधियों में चतरा जिला के पत्थराथान और बलिया गांव निवासी शशि साव व संजय पंडा के अलावे गिरिडीह के हीरोडीह थाना क्षेत्र के कठवारा गांव निवासी दीपक मंडल, जमुआ के चुगलो गादी निवासी अरविंद मंडल, बिरनी थाना के चिताखारो गांव निवासी सुकर मंडल और मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव के बरमसिया टोला निवासी बिमल मंडल शामिल है। जिसमें शशि साव, दीपक मंडल पेशेवर अपराधी है। एसपी ने बताया कि शशि साव पहले भी सरिया थाना में डकैती कांड में तीन साल जेल की सजा काट चुका है। इसके बाद चतरा में सड़क लूट के मामले में नौ माह और धनबाद के कतरास में डकैती के मामले में आठ माह जेल की सजा काट चुका है। वहीं दीपक मंडल भी हीरोडीह में हुए हत्याकांड के मामले में साल 2015 से 2017 तक दो साल की सजा काट कर निकला था।
तीन दिन रैकी के बाद दिया अपहरण की घटना को अंजाम
बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में एक अपराधी ने पुलिस की वर्दी गिरिडीह बाजार में सात सौ रुपये में खरीदा था और इसी अपराधी ने हिमांशु को उसके दुकान से बाहर निकाल कर आर्टिगा वाहन में बैठाकर अपहरण किया। अपहरण की योजना को सफल करने के लिए गिरोह के दो अपराधियों ने लगातार तीन दिन तक रैकी किया था। अपहरण की घटना के बाद से ही एसडीपीओ विनोद महतो और पुलिस निरीक्षक रामनारायण चाौधरी सक्रिय हो चुके थे। कारोबारी के सकुशल बरामदगी के लिए चार टीम का गठन किया गया था। अपहरण की घटना की रात अपहृत के भाई अमृत मंडल को लगातार फिरौती के लिए आ रहे फोन लोकेशन के आधार पर पैसे लेने के लिए आ रहे शशि साव को अटका में गिरफ्तार किया गया। फिर उसके निशानदेही पर पांच अपराधियों को बलिया जंगल से गिरफ्तार करने के साथ ही हिमांशु को सकुशल बरामद किया गया।