पूर्व विधायक राजकुमार यादव की पहल पर बसा विवाहित का घर
गिरिडीह। पिछले छह वर्षाें से से चल रहे पति पत्नी के आपसी विवाद को धनवार के पूर्व विधायक की पहल पर सुलझा लिया गया। आपसी सुलह के बाद दोनों ने साथ रहने व राजी खुशी जीवन व्यतीत करने बात कही। बताया जाता है कि तिसरी प्रखण्ड अंतर्गत किसुटांड के कुंजलपुर निवासी कांग्रेस यादव की पुत्री बिनीता कुमारी का विवाह सात वर्ष पूर्व गावां प्रखण्ड अंतर्गत चरकी के बेलाखुटा निवासी राजन यादव के पुत्र पिंटू कुमार के साथ हुई थी। विवाह के कुछ दिन बाद ही आपसी संबंध में खटास उत्पन्न हो गई।
लड़की के पिता ने पूर्व विधायक से लगाई थी गुहार
पति पत्नी के विवाद को लेकर बिनीता के पिता ने पूर्व विधायक राजकुमार यादव से न्याय की गुहार लगाई थी। पिता की गुहार पर पहल करते हुए पूर्व विधायक ने सुलह की तिथि निर्धारित कर लड़का को मुंबई से बुलवाया था। रविवार को दोनों पक्षों को पंचायत करने का निर्देश दिया था। पंचायत में बतौर पूर्व विधायक राजकुमार यादव उपस्थित थे। इस दौरान पूर्व विधायक नें दोनों पक्षो की बात सुनकर आपसी मतभेद भुलाते हुए फिर से नए तरीके से दाम्पत्य जीवन जीने का निर्णय सुनाया। पूर्व विधायक ने लड़का पक्ष को साफ लड़की को किसी भी हाल में प्रताड़ित नहीं करने का निर्देश देते हुए आर्थिक, सामाजिक एवं कानूनन कार्रवाई का का निर्देश दिया। पूर्व विधायक नें कहा कि आज भी दहेज प्रथा एक ऐसी कुरिवाज है जो सदियों से भारत जैसे देश में अपनी पकड़ बनाई हुई है। दहेज प्रथा के कारण ना जाने कितनी महिलाओं का शारीरिक व मानसिक शोषण होता है। कई बार तो दहेज के कारण नव वधु की हत्या भी कर दी जाती है। ऐसी महिलाओं को शोषण से बचाने के लिए एक लड़की विदाई समिति का गठन करने की बात कही। ताकी भविष्य में जो भी लड़का अपनी पत्नी को छोड़ने का काम करेंगे उसे 498ं धारा के तहत जेल के सलाखों के पीछे भेजनें का काम किया जायेगा। पंचायत में बतौर मुख्य रूप से रामकुमार राउत, किशुन यादव, छेटू महतो, प्रभु यादव,सकलदेव यादव, अकलेश यादव समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे स