और कोरोना ने समाज से छीन लिया गिरिडीह के हरदिल अजीज चिकित्सक डा. दीपक बगेड़िया को
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे लोग, नम आंखो से दिया उन्हें अंतिम विदाई
गिरिडीहः
हरदिल अजीज और गिरिडीह के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. दीपक बगेड़िया के कोरोना से निधन ने जिले को झकझोर दिया। रविवार की दोपहर जैसे ही उनके निधन की खबर सोशल मीडिया में चलना शुरु हुआ। हर एक की आंखे नम हो गई। उनके प्रशंसको के आंसू थे कि रुकने का नाम नहीं ले रहा था। हालांकि डा. बगेड़िया की पत्नी भी कोरोना से संक्रमित हुई। लेकिन दुर्गापुर में इलाज के बाद वह बेहतर हो कर गिरिडीह लौट आई। जबकि करीब 68 वर्षीय जिले के इस चिकित्सक का निधन कोरोना से हो गया। इस बीच रविवार को निधन की सूचना मिलने के बाद से ही लोग शोक में डूबे थे। रविवार की देर शाम दुर्गापुर से उनका पार्थिव शरीर गिरिडीह लौटा। उनके पुत्र अभिषेक बगेड़िया के अलावे भाई राजेन्द्र बगेड़िया उनका पार्थिव शरीर लेकर गिरिडीह पहुंचे। जहां उनके नवजीवन नर्सिंग होम में पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान नर्सिंग होम की महिला चिकित्सक डा. अमिता राॅय के अलावे नर्सिंग होम के कर्मी उज्जवल सिन्हा, मनोज कुमार समेत अन्य लोगों ने नम आंखो से श्रद्धाजंलि दिया।
इसके बाद उनका पार्थिव शरीर शहर के सर्कस मैदान के समीप रेडक्राॅस भवन पहुंचा। जहां रेडक्राॅस के पदाधिकारियों मंे मदन विश्वकर्मा, राकेश मोदी, दिनेश खेतान, संजय भूदोलिया, सूजीत कपिसवे, विकास केडिया और रंजीत बरनवाल ने श्रद्धाजंलि दिया। इस बीच उनका पार्थिव शरीर उनके पचंबा स्थित आवास पहुंचा। तो परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। पुत्र अभिषेक बगेड़िया के अलावे बहु स्वाति बगेड़िया, भाई राजेन्द्र बगेड़िया, चांद बगेड़िया का जहां शोक में दिखे। वहीं उनके अंतिम दर्शन करने एसपी अमित रेणु, डीएसपी संजय राणा, नगर थाना प्रभारी रामनारायण चाौधरी, पचंबा थाना प्रभारी नीतिश कुमार समेत शहर के गणमान्य लोगों में संजय सिंह गुड्डु, प्रदीप अग्रवाल, प्रदीप जैन, अशोक जैन, मुकेश जालान, रतन गुप्ता, विजय सिंह, राजन जैन, लखन बरनवाल, दीपक बरनवाल, चाटेर्ड एकांउटेड विकास बगेड़िया, संजय बगेड़िया, दीपक शर्मा, चिकित्सक डा. रवि महर्षि, डा. राजीव कुमार, डा. दीपक कुमार समेत कई लोग पहुंचे थे। आवास से उनके पार्थिव शरीर का पचंबा के उसरी नदी पर अंतिम संस्कार किया गया।
नवजीवन नर्सिंग होम के संचालक डा. दीपक बगेड़िया बतौर चिकित्सक रहते हुए आईएएम के अध्यक्ष के अलावे रेडक्राॅस के सचिव का पद और लांयस क्लब के सदस्य कह जिम्मेवारी निभा चुके थे। यही नही कोरोना के दुसरी लहर जब पूरे पीक पर थी। तब भी जिले के समाजिक सरोकार से जुड़े चिकित्सक डा. बगेड़िया ने खुद को जोखिम में डालकर अपने नर्सिंग होम में भर्ती कोरोना संक्रमितों के इलाज में कोई कोताही नहीं बरता। करीब एक माह तक संक्रमण के पीक में डा. बगेड़िया अपनी सेवा संक्रमितों के बीच देते रहे। संक्रमितों का इलाज करने के क्रम में ही वे खुद संक्रमित हुए। इस दौरान कुछ दिनों उनका इलाज गिरिडीह मंे ही चलता रहा। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर रेफर किया गया। जहां रविवार को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।