शिशु कोविड वार्ड में संक्रमित बच्चों को मिलेगा मोटु पतलु जैसे कार्टून
उपायुक्त ने शिशु कोविड वार्ड का किया निरीक्षण, दिये जरुरी दिशा-निर्देश
कोडरमा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम के लिए जिला प्रशासन निरंतर सजग और प्रयासरत है। कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर इसके बचाव व रोकथाम हेतु जिला प्रशासन ने तैयारी शुरु कर दी है। संभावित तीसरी लहर में अधिकतर बच्चे को संक्रमण होने की ज्यादा संभावना जतायी जा रही है। इसके बचाव व बेहतर ईलाज को लेकर सदर अस्पताल में शिशु कोविड वार्ड का निर्माण किया जा रहा है, जहां संक्रमित बच्चों का समुचित चिकित्सीय ईलाज किया जा सकेगा। इसी क्रम में उपायुक्त रमेश घोलप ने शिशु कोविड वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बच्चों को इस महामारी से बचाने हेतु जरुरी संसाधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। संक्रमण से बचाने हेतु किन-किन दवाईयों की आवश्यकता होगी, इसके लिए सिविल सर्जन कोडरमा को आवश्यक निर्देश दिये गए।
घर जैसा माहौल देने की चल रही कवायद
बच्चों को घर जैसा माहौल देने के लिए वार्ड में पेंटिंग की गयी है। जिसपर बच्चों के मनभावन कार्टून का चित्र बनाया गया है। वार्ड में बच्चों के खेलने के लिए खिलौने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि वार्ड के साथ-साथ बाहर की भी समुचित साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें। इस मौके पर उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद, उपाधीक्ष डॉ रंजन, फ्लू कॉनर नोडल पदाधिकारी डॉ शरद व अन्य मौजूद थे।
क्या कहते हैं जिले के शिशु विशेषज्ञ
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन की सजगता एवं शिशु विशेषज्ञों की तत्परता से कोरोना से जिलावासियों को लाभ मिलेगा।बताते चलें कि अभी से ही आने वाली तीसरी लहर जो बताया जा रहा है कि बच्चों को संभवतः ज्यादा प्रभावित करेगा इसको लेकर जिले के शिशु विशेषज्ञ डाक्टर नरेश पंडित ने कहा है कि लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है लेकिन सजग रहने की आवश्यकता है। जिला प्रशासन इसके लिए अभी से तैयारी कर चुकी हैं।जिले में बच्चों के लिए स्पेशल कोविड वार्ड बनकर तैयार हो चुका है जहां आक्सिजन की भी व्यवस्था पाइपलाइन से बेड तक कर ली गई है।