सिहोडीह आदर्श नगर के विवादित प्लाॅट पर तीन अलग-अलग परिवार जताते रहे अधिकार
काफी देर तक अकेले मोर्चा संभाले मुफ्फसिल थाना के एएसआई जीतेन्द,्र जानकारी देने के आधा घंटे बाद मिला थाना से सहयोग
एक पक्ष के द्वारा दर्ज कराएं गए केस में पहले से फरार चल रहा था हत्या के आरोपी
गिरिडीहः
सिहोडीह के आदर्श नगर में मंगलवार को जिस विवादित प्लाॅट को लेकर खूनी झड़प में मुहल्ले के भागीरथ यादव की मौत हुई। उस प्लाॅट पर तीन परिवार के लोगों द्वारा हक जताया गया है। इसमें मृतक भागीरथ यादव के बाद हत्या के आरोपियों में प्रीतम यादव और मणि यादव के नाम शामिल है। जानकारी के अनुसार इस विवादित प्लाॅट पर मणि यादव ने प्रीतम यादव समेत उसके बेटों के खिलाफ केस जमीन हड़पने का केस भी दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद से प्रीतम अपने बेटों के साथ फरार चल रहा था। स्थानीय लोगों की मानें तो प्रीतम यादव अपने बेटों के साथ बीतें सोमवार की देर रात आदर्श नगर स्थित घर आया हुआ था। वहीं दुसरे दिन जमीन विवाद में डोसा दुकानदार की हत्या प्रीतम समेत उसके बेटों और घर की महिलाओं ने मिलकर किया। आदर्श नगर में खूनी झड़प के घटना की पहली जानकारी मिलने के साथ मुफ्फसिल थाना के एएअसई जीतेन्द्र सिंह बाईक से पहुंच चुके थे। जिस वक्त एएसआई जीतेन्द्र सिंह वहां पहुंचे। उस वक्त भी माहौल तनावपूर्व था। क्योंकि अस्पताल ले जाने के क्रम में भागीरथ के मौत की सूचना मुहल्ले में फैल चुकी थी। इसे गुस्साएं लोग हत्या के आरोपियों को जान मारने पर उतारु थे। हालांकि एएसआई जीतेन्द्र सिंह के साथ एसआई प्रमोद कुमार भी पुलिस चंद जवानों के साथ घटनास्थल पहुंच चुके थे। लेकिन लोगों की भीड़ कुछ अधिक था। और सभी घटना को लेकर आक्रोशित थे। लिहाजा, स्थानीय लोगों की मानें तो एएसआई जीतेन्द्र सिंह माहौल को संभालते हुए लगातार थाना प्रभारी को घटना की जानकारी देकर अतिरिक्त पुलिस बल भेजने की गुहार लगाते रहे। लेकिन एएसआई के कई बार फोन करने के करीब आधा घंटे बाद मुफ्फसिल थाना से पुलिस जवानों को भेजा गया। वहीं कुछ देर बाद थाना प्रभारी रत्नेश ठाकुर भी घटनास्थल पहुंचे। लेकिन हत्याकांड से गुस्साएं लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने में नगर थाना प्रभारी रामनारायण चाौधरी ने महत्पूर्ण भूमिका निभाया। इधर घटना के बाद जानकारी मिली कि मुफ्फसिल थाना के प्रस्ताव पर अब सदर एसडीएम प्रेरणा दीक्षित विवादित प्लाॅट पर धारा 144 लागू कर सकती है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।