कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिप प्रधान ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कोडरमा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही है। इसको लेकर कोडरमा जिप प्रधान शालिनी गुप्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर में कई लोगों की मौत हुई, लेकिन सरकार के प्रयासों से अब कोरोना मध्यम पड़ता नजर आ रहा है। वहीं तमाम स्वास्थ्य संगठनों की ओर से बार-बार चेतावनी जारी की जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सावधान रहे। साथ ही अभी से ही जरूरी एहतियाती कदम उठाएं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी की है। सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों पर भी इसकी बहुत चर्चा है। ऐसे में आग्रह है कि राज्य में कोविड टीकाकरण की गति को तेज किया जाए। अभी राज्य के अधिकतर लोगों को टीका नहीं लगाया गया है। बड़े पैमाने पर सामूहिक टीकाकरण किया जाना जरूरी है।
बच्चों के लिए हर जिले में हो 100 बेड
जिप प्रधान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि आने वाले तीसरे लहर में बच्चों के संक्रमित होने की ज्यादा संभावना बतायी जा रही है। इससे बचाव और राहत की तैयारी पूर्व में ही हो और सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ हर जिले में 100 बेड तैयार किए जाएं जो बच्चों के लिए सुरक्षित रखे जाएं। इसके साथ ही जिला स्तरीय चाइल्ड कोविड टास्क फोर्स का गठन हो जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ, पारा मेडिकल कर्मी, बच्चों के लिए काम करने वाले सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल किए जाएं ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखते हुए बचाव किया जा सके और जरूरत पड़ने पर त्वरित इलाज हो सके। विभिन्न जिलों में बच्चों के लिए मास्क, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता हो इसके लिए राज्य सरकार सभी उपायुक्त को आवश्यक निर्देश देते हुए दवा और अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराए। वहीं प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय में ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त 2 अच्छे एंबुलेंस की व्यवस्था हो, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को तुरंत सुविधा पहुंचायी जा सके। इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक प्रखंड में ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर युक्त कम से कम 20 बेड की व्यवस्था भी करवायी जाय।
मेडिकल कर्मियों के लिए हो विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था
सभी जिलों के शिशु रोग विशेषज्ञ सरकारी एवं गैर सरकारी तथा पारा मेडिकल कर्मियों को कोविड के संभावित तीसरे लहर को देखते हुए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए ताकि जरूरत पड़ने पर बच्चों का समुचित इलाज हो सके।राज्य के सभी जिलों में शिशु रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना की जाय आग्रह होगा कि कोडरमा जिले में कम से कम तीन और शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की तुरंत पदस्थापना की जाय। कोडरमा जिले में स्वीकृत कुल 87 में अभी 30 चिकित्सक पदस्थापित हैं, कृपया रिक्त पदों पर चिकित्सकों पदस्थापन किया जाय।