माता की प्रतिमा विसर्जन के साथ गिरिडीह में विजयादशमी धूमधाम से संपन्न
मानसरोवर तालाब में नाव पर किया गया 14 प्रतिमाओं का विसर्जन
जय दुर्गे का जयकारा लगाते कांधे पर भक्तो की भीड़ प्रतिमा लिए निकली
शहर में उमड़ी भक्तो की भीड़
गिरिडीह
विजयादशमी के साथ ही नौ दिनों तक चलने वाला शारदीय नवरात्र शुक्रवार को धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान गिरिडीह शहर के साथ ग्रामीण इलाके के अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन भी हुआ। भक्तों की टोली जहा जय दुर्गे का जयकारा लगाते हुए माता की प्रतिमा को मालवाहक वाहनों से शहर के तालाबों के तालाब में विषर्जन किया। वही दूसरी तरफ परंपरा के अनुशार शहर के बरगंडा काली मंडाए गांधी चौक की बड़की दुर्गा मईयाए छोटकी दुर्गा मईया और पचम्बा दुर्गा स्थान की प्रतिमा को हजारों भक्तो की भीड़ ने कंधे पर लेकर विशार्जन के लिए निकले। भक्तो का हुजूम मां को कांधा देने के लिए उमड़ी। और अटूट आस्था के साथ कांधे पर लेकर शहर भरमन करते हुए तालाबों तक पहुंचे। जहां आरती के साथ माता की प्रतिमा को विषर्जन किया गया।
इस दौरान पचम्बा दुर्गा स्थान की प्रतिमा को जहा पचम्बा बुढ़वा आहर तालाब में विसर्जन किया गया। वही दूसरी तरफ बरगंडा काली मंडा की प्रतिमा को शहर के सुंदर तालाब में विसर्जन किया गया। जबकि बड़की मईया और छोटकी मैया की प्रतिमा को शहर के बरवाडीह के मानसरोवर तालाब तक भक्त कांधे पर लिए पहुंचे। जहा परंपरा के अनुशार नाव पर प्रतिमा पर विसर्जन किया गया। इसी मानसरोवर तालाब में सदर पारखंड के करीब 14 प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
इस दुर्लभ नजारे को देखने के लिए ही तालाब में हजारों की संख्या में भक्तो की भीड़ जुटी थी। नाव में क्षमता के अनुशार जहा विसर्जन समिति के सदस्य मौजूद थे। वही हालत पर नजर रखने के लिए गोताखोरों की टीम भी तैनात थी। मानसरोवर विसर्जन समिति के अध्यक्ष बाबुल प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में विशार्कन किया जा रहा था। इस दौरान डीसी राहुल सिन्हाए एसपी अमित रेनू समेत पूरे शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस जवान भी तैनात थे।