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मनरेगा योजना में मजदूरों के बजाय जेसीबी का किया गया प्रयोग, 70 प्रतिशत राशि की हुई निकासी

  • तिसरी प्रखंड के बेलवाना पंचायत में करीब दो लाख 64 हजार की राशि से हो रहा सड़क निर्माण

रंजन कुमार
गिरिडीह। जिले के तिसरी प्रखंड के बेलवाना पंचायत के अनजनवा गांव में मजदूरों को रोजगार देने की गारंटी मनरेगा योजना में मजदूरों का हक मारा जा रहा है और सबंधित विभाग के रोजगार सेवक, पंचायत सेवक व जेई बिचौलिया के साथ लूट खसोट में लगे हुए है। मजदूरों के जगह जेसीबी को कच्ची सड़क निर्माण में लगाया गया है। मजदूरों से बिना चौका काटे ही मनरेगा योजना से रोड निर्माण का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। इस योजना में एक लाख 80 हजार की फर्जी निकासी की गई है।

मनरेगा योजना से अंजनवा गाँव में मुख्य सड़क से मुंशी बास्के के घर से होते हुए बिरेन्द्र साव के घर तक मिट्टी मोरम निर्माण में दूसरे जगह से मोरम मिट्टी उठाकर डाला गया है। रोड में जो मिट्ठी दिया गया वे दूसरे जगह से जेसीबी के द्वारा काट कर लाया गया। सड़क पर मोरम कम पत्थर बिछा देने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।

विदित हो कि मनरेगा योजना के तहत 2 लाख 64 हजार 489 की राशि से अंजनवा में कच्चा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है। यहां तक कि योजना में 70 प्रतिशत का भुगतान कर दिया गया है। मनरेगा योजना में मजदूर के जगह जेसीबी से काम होती है तो ऐसी स्थिति में रोजगार सेवक, पंचायत सेवक और जेई योजना को बंद कर देते है, लेकिन यहाँ पर मनरेगा अधिकारी व कर्मी के द्वारा मामले की अनदेखी की जा रही है।

गौरतलब है कि सरकार द्वारा गांव का विकास व मजदूर को रोजगार देने को लेकर अलग अलग तरह के योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें एक मनरेगा योजना भी शामिल है। जिससे गरीब मजदूरों को रोजगार मिल सकें। इधर मामले को लेकर मनरेगा लोकपाल तमन्ना प्रवीन को मामले से अवगत कराने पर उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत रोड में काम करने से पहले रोड के किनारे चौका काट कर मिट्ठी दिया जाता है। अगर बिना चौका काटे अन्य दूसरे जगह से काम किया है तो मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सेवक के उपर कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

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