संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड युनियनों ने मनाया काला दिवस
गिरिडीह। संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को अखिल भारतीय किसान महासभा, मोटर कामगार यूनियन और भाकपा माले ने काला दिवस मनाया। इस दौरान बगोदर में शहीद महेंद्र सिंह काम्प्लेक्स सह बस स्टैंड बगोदर, कुसमरजा, मुंडरो और घंघरी-बेको में काले झंडे और पोस्टर के साथ प्रदर्शन कर विरोध दर्ज किया गया साथ ही तीनों काले कृषि कानून और चारो श्रम कोड को अविलंब रदद् करने की मांग की गई।
तानाशाह हुकूमत के सामने तन कर खड़े हैं किसान विनोद सिंह
मौके पर मौजूद बगोदर विधायक विनोद सिंह ने कहा कि तीनो काले कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं को घेरे किसान आंदोलन को छह माह हो चुके है। कोरोना महामारी की भयानक विपदा में भी एक संवेदनहीन और तानाशाह हुकूमत के सामने तन कर खड़े किसान आंदोलन को हम सलाम करते है। अपनी मांगो को लेकर किसान लगातार संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार कॉरपोरेटों के हित में अपनी जिद पर अड़ी हुई है। हमारी मांग है कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को बिना शर्त रद्द करे और फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाए और चारो मजदूर विरोधी श्रम कोड को रद्द करे। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कानून को रद्द किए बगैर किसान घर नहीं लौटेंगे।
छह माह से आंदोलनरत हैं अन्नदाता
किसान महासभा के प्रदेश सचिव पुरन महतो ने कहा कि देश के अन्नदाता किसान छह माह से तीनो काले कानून वापसी को लेकर आंदोलन चला रहे हैं लेकिन अभी तक इस बेदर्द मोदी-शाह की सरकार उनकी मांगों को सुनने के लिए तैयार नहीं है। कहा कि दमनकारी सरकार समय-समय पर किसानों पर दमन ढा रहे हैं। इतने दिन के आंदोलन में लगभग 400 से ज्यादा किसानों ने अपनी शहादत दी है। उन्होंने अविलंब तीनो काले कृषि कानूनों को तथा चारो श्रम कोड को रद्द करने की मंग की।
इन्होने की शिरकत
कार्यक्रम में बगोदर भाकपा माले विधायक विनोद कुमार सिंह, किसान महासभा के प्रदेश सचिव पूरन महतो, माले प्रखण्ड सचिव पवन महतो, मोकायु बगोदर सचिव योगेश्वर साव, जरमुने पश्चिमी मुखिया संतोष रजक, रामरतन शर्मा, महेंद्र रमन, कैलाश महतो, संजय मंडल, सोहन महतो, कारूलाल महतो, जागेश्वर, हेमलाल व अन्य शामिल रहे।