राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ सड़क पर उतरा माले
- प्रतिरोध मार्च निकालकर जताया आक्रोश, कहा देश के लोकतंत्र पर किया गया प्रहार
गिरिडीह। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ रविवार को भाकपा माले ने सड़क पर उतरकर प्रतिरोध मार्च निकाला। झंडा मैदान से टावर चौक तक निकाली गई प्रतिरोध सभा में भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य सह किसान महासभा के राज्य सचिव पूर्व एमएलए राजकुमार यादव, पूरन महतो, सीताराम सिंह, पवन महतो, बिरनी प्रमुख रामू बैठा, राजेश सिन्हा, रामेश्वर चौधरी, पूनम महतो, मिना दास, जयंती चौधरी, किशोरी अग्रवाल, विजय पांडेय, अशोक पासवान, अखिलेश राज सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
टावर चौक पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि अडाणी घोटाले में घिरी मोदी सरकार के दबाव में राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म की गई है। संसदीय परंपरा में यह पहली दफा है जब सत्ता पक्ष ही संसद नहीं चलने दे रहा है। उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष अडाणी घोटाले की जेपीसी जांच की लगातार मांग उठा रहा है। अडाणी को बचाने में लगी मोदी सरकार ने उलटे राहुल गांधी की सदस्यता ही खत्म करवा दी। नेताओं ने कहा कि 23 मार्च को कथित मोदी मानहानि मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सजा को 30 दिनों तक सस्पेंड रखा गया था और राहुल गांधी को उच्चतर न्यायालय में अपील का अधिकार दिया गया था। कोर्ट की इस बात को खारिज करते हुए एक दिन बाद ही आनन-फानन में उनको लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया. इससे जाहिर होता है कि मोदी सरकार विपक्ष से कितनी भयभीत है।