एफपीओ से किसानों को जोड़ने को लेकर हुआ प्रशिक्षण का आयोजन
- समेकित खेती से किसानों में आयेगी खुशहाली : डॉ सुमन
- धर्मपुर में जेएलजी और एसएचजी सदस्यों का जीएलटीपी सम्पन्न
गिरिडीह। किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जेएलजी और एसएचजी सदस्यों को जोड़ने के लिए नाबार्ड और आइडिया संस्था के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को जमुआ प्रखंड के धर्मपुर में जेएलजी और एसएचजी किसानों का एक दिवसीय ग्रुप लीडर ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन पर्णहरित एफपीओ के द्वारा किया गया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुमन रचित ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समेकित खेती से ही किसानों में खुशहाली आएगी। उन्होंने समेकित खेती के तहत कृषि कार्य के अलावा मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, बकरी पालन, सुकर पालन, बत्तख पालन से संबंधित कई जानकारी दी। पर्णहरित एफपीओ के डायरेक्टर सुरेश वर्मा ने कहा कि कृषि कार्य में महिलाओं का योगदान अहम होता है। महिलाओं को एफपीओ से जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। कहा के एफपीओ के माध्यम से शीघ्र आटा मिल, तेल मिल, मसाला उद्योग, मिनी राइस मिल, आलू चिप्स आदि प्रोसेसिंग यूनिट लगाया जाएगा। जिससे क्षेत्र के किसान और अन्य परिवारों को शुद्ध खाद्य सामग्री मिलेगा। कहा कि लघु और सीमांत किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की कई तरह की योजनाएं हैं जिसका लाभ एफपीओ से जुड़े किसानों को मिलेगा।

कार्यक्रम में किसानों को पर्णहरित एफपीओ के कार्यों की जानकारी देते हुए प्रशिक्षक सह आइडिया के प्रोग्राम डायरेक्टर पंकज कुमार गुप्ता ने कहा कि लघु और कुटीर उद्योग लगाकर किसानों को व्यापारी बनाने की दिशा में एफपीओ काम कर रहा है। इसके लिए उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक के कार्यों में एफपीओ किसानों को सहयोग करेगा। छोटे-छोटे समूहों में खेती करने के लिए किसान आगे आयें। कहा कि जल्द ही कृषि क्षेत्र का एक मॉडल जमुआ में देखने को मिलेगा। उन्होंने जेएलजी, एसएचजी, बैंक क्रेडिट लिंकेज, वित्तीय समावेशन, लघु व्यवसाय, उद्यमिता, सोलर पम्प, प्रोसेसिंग यूनिट, ग्रुप फार्मिंग, ग्राम दुकान, वैल्यू चेन, कस्टम हायरिंग सेंटर, धान अधिप्राप्ति केन्द्र, पीएमईजीपी, पीएमएफएमई सहित अन्य कई योजनाओं की महत्वपूर्ण जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में चिंतामणि वर्मा, शंकर प्रसाद कुशवाहा, दिलीप कुमार, प्रदीप वर्मा, महेंद्र वर्मा, नथू महतो, चन्द्र देव वर्मा, प्रेम कुमार, लखन महतो, धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, जागेश्वर वर्मा, संजय वर्मा, असगर अली, नजरूद्यीन अंसारी, राजेश यादव, केदार पंडित सहित कुल 50 किसानों ने भाग लिया।