महिला समेत तीन बच्चों के जलकर मरने के मामले में जांच के लिए पहुंची तीन एजेंसिया
- धनवार के पुररेखुर्द गांव में चार माह पूर्व हुई थी घटना
- टीम शामिल थे सीआईडी सहित अन्य एजेंसियों के 25 पदाधिकारी
- सीआईडी एसपी के नेत्तृव में की जा रही है जांच
गिरिडीह। जिले के धनवार के परसन ओपी स्थित पुररेखखुर्द गांव के चर्चित संदिग्ध आत्महत्या मामले की जांच करने एक साथ तीन एजेंसियों की टीम पहुंची। जांच टीम में फोरेसिंक लैब के साथ डाॅग स्काॅयड और सीआईडी के एसपी भी शामिल थे। हालांकि सीआईडी के एसपी कौन थे, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन टीम में 25 की संख्या में अधिकारी और जवान शामिल थे। तीनों एजेंसियो के संयुक्त टीम मंगलवार को परसन ओपी थाना क्षेत्र के पुररेखखुर्द गांव पहुंची। सूत्रों की मानें तो तीनों एजेंसियों की जांच टीम राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर गांव पहुंची थी। जहां चार माह पहले जूलाई में एक महिला द्वारा अपने बच्चों के साथ आग लगाकर संदिग्ध तौर पर सुसाईड कर लेने की बात सामने आई थी।
मृतका के पिता ने पति सहित आठ पर लगाया था हत्या का आरोप
घटना के बाद मृतका के पिता चंद्रिका महतो द्वारा पति रवीन्द्र यादव समेत आठ लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया गया था। जिसमें ससुर प्रसादी यादव, भैंसूर सीताराम यादव, गोतनी रीना देवी, नंनदोसी बंसत यादव समेत अन्य आरोपी शामिल थे। हालांकि चार माह पहले के इस चर्चित मामले की जांच भी परसन पुलिस सही से नहीं कर पाई थी। लिहाजा, चार महीनें बाद अब पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इस गंभीर मामले की जांच एक साथ तीन एजेंसियों को दिया गया है।
मां सहित तीन बच्चों की मिली थी जली हुई लाश
जानकारी के अनुसार पुररेखखुर्द गांव के जिस घर में यह घटना हुई थी। वह प्रसादी यादव के घर से जुड़ा था। घटना में प्रसादी यादव के बेटे रवीन्द्र यादव की पत्नी सोनिया देवी के अलावे उसके तीन बच्चों आठ वर्षीय बेटा दिलीप कुमार, पांच वर्षीय बेटी सोनम और दो वर्षीय छोटू की मौत आग में जलने से हो गई थी। इस दौरान पुलिस ने एक बच्चे के शव को कमरे के भीतर बंद पड़े बक्से में जला हुआ पाया गया था। वहीं दो बच्चों समेत सोनिया देवी का शव कमरे में बिस्तर पर ही था। घटना के बाद पूर्व एसपी सुरेन्द्र झा समेत कई पुलिस पदाधिकारी इस दर्दनाक घटना की जानकारी पर पुररेखुर्द गांव पहुंचे थे।
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इस संदिग्ध मामले की जांच को पहुंची सीआईडी
चार माह पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आत्महत्या के इस संदिग्ध मामले की जांच करने पहुंची एक साथ तीन एजेंसियों की टीम को गांव में देखकर पूरे गांव में चर्चा का विषय रहा। सूत्रों की मानें तो टीम में शामिल फोरेंसिक जांच, डाॅग स्काॅयड और सीआईडी के एसपी के नेत्तृव में 25 पदाधिकारियों और जवानों की यह टीम पुररेखुर्द गांव के उसी घर पर पहुंची। जिस घर में महिला और व उसके तीनों बच्चों का शव जला हुआ मिला था। जानकारी के अनुसार धनवार और परसन ओपी के पदाधिकारी भी इस दौरान टीम के साथ मौजूद थे। जांच के लिए पहुंची टीम के अधिकारियों ने पूरे घर का मुआयना किया। यही नही खोजी कुत्तों ने भी घर को खंगाला। फिलहाल जांच के पहले दिन तीनों एजेंसियों को क्या मिला, यह स्पस्ट नहीं हो पाया है।