नेशनल हाईवे में अधिग्रहण के तीन सालों बाद गिरिडीह के खंडौली मोड़ में अपराधियों ने दिया सड़क लूट की घटना को अंजाम
लूट का शिकार हुए बिहार के अररिया के गौतम के आवेदन पर बेंगाबाद थाना पुलिस ने दर्ज किया केस
चड्डी गैंग गिरोह द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने से इंकार किया पुलिस ने
गिरिडीहः
गिरिडीह-बेंगाबाद रोड के खंडौली मोड़ में करीब 20 की संख्या में सड़क लूट की घटना को अंजाम देने वाले हथियारबंद अपराधियों के गिरोह को पुलिस स्थानीय युवकों की करतूत मानकर चल रही है। वैसे घटना के कुछ घंटो बाद बिहार के अररिया के रानीगंज निवासी गौतम पूर्वे ने बेंगाबाद थाना में आवदेन देकर करीब 20 अज्ञात अपराधियों के खिलाफ सड़क लूट का केस दर्ज कराया है। थाना में दिए आवेदन में लूट के शिकार हुए भुक्तभोगी पूर्वे ने तीन वाहनों से जेवर और नगद समेत 70 हजार लूट का जिक्र किया है। लूट का शिकार हुए भुक्तभोगी गौतम पूर्वे के आवेदन पर पुलिस ने थाना कांड संख्या 178/21 दर्ज कर अपराधियों की गिरफ्तारी में जुट गए है। तो दुसरी तरफ खंडौली मोड़ में लूट की यह घटना खुद में चाौंकाने वाली रही। क्योंकि इस पूरे रुट को राष्ट्रीय राजमार्ग नेशनल हाईवे-114ए के लिए अधिग्रहण कर लिया गया। लिहाजा, तीन सालों बाद इस रुट में अपराधियों ने पेड़ गिराकर सड़क डकैती की घटना को अंजाम दिया है। चाौकांने वाली इसलिए भी है क्योंकि नेशनल हाईवे में तब्दील होने के बाद 24 घंटे नेशनल हाईवे की पेट्रोलिंग जारी रहती है। यही नही गिरिडीह-बेंगाबाद के खंडौली मोड़ का यह रुट वीआईपी मूवमेंट के लिए भी जाना जाता है। जहां से हर दुसरे-तीसरे दिन मंत्री समेत कई वीआईपी का आवागमन रांची से संथाल परगना के इलाके के लिए होता रहता है। लिहाजा, वीआईपी के सुरक्षा लिहाज से हाईवे पेट्रोलिंग 24 घंटे जारी रहता है। इसके बाद भी सड़क लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाना अपराधियों के मनोबल को साबित करता है। हालांकि इसे पहले यही रुट जब स्टेट हाईव के अधीन था। तो सड़क लूट की घटना कोई नई बात नहीं मानी जाती थी। इधर बुधवार की अहले सुबह हुए घटना के बाद लूट के शिकार हुए भुक्तभोगियों ने सारी आपबीती बेेंगाबाद थाना पुलिस को बताया। तो दुसरी तरफ घटना के बाद यह भी सामने आया कि घटना को जिन अपराधियों ने अंजाम दिया है। वो चड्डी-गंजी पहने हुए थे। लेकिन पुलिस ऐसे किसी गिरोह द्वारा घटना को अंजाम देने की बात से साफ इंकार कर रहे है।