एक लाख की इनामी महिला नक्सली उषा किस्कू समेत तीन नक्सलियों ने किया सरेंडर
- समाज के मुख्यधारा में लौटने पर एसपी ने किया स्वागत, एक लाख का दिया चेक
- माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत मिलेगी अन्य सुविधाएं
रांची। झारखंड के नक्सल प्रभावित जिले में शामिल हजारीबाग के लिए गुरूवार का दिन काफी अहम रहा। युं कहा जाये कि हजारीबाग पुलिस के लिए गुरुवार का दिन सफलता भरा दिन रहा। गुरुवार को एक लाख रुपये की इनामी उषा किस्कू समेत तीन माओवादियों ने मुख्यधारा में वापस लौटते हुए हजारीबाग एसपी कार्तिक एस के समक्ष सरेंडर किया। सरेंडर करने वाले तीन नक्सलियों में दो महिलाएं शामिल हैं। जिसमें एक लाख रुपये की इनामी उग्रवादी उषा किस्कू के अलावे ममता उर्फ संथाली उर्फ सरिता किस्कू और नागेश्वर गंझू शामिल है। आत्मसमर्पण के दौरान इनामी नक्सली उषा किस्कू को एक लाख रुपये का चेक भी दिया गया। तीनों माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी।
बताया जाता है कि उषा किस्कू उर्फ उषा संथाली 2009 में बाल कैडर के रूप में माओवादी संगठन में शामिल हुई थी। वहीं ममता संथाली 2015 से नक्सली संगठन में सक्रिय थी, जबकि नागेश्वर गंझू ने 2018 में कटकमदाग थाना के कुसुंबा में आधा दर्जन कोयला लदे ट्रकों को आग के हवाले करने के बाद चर्चा में आया था।