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मौसम ने नही दिया दगा तो दो साल बाद गिरिडीह में राजस्थान के तर्ज पर श्रद्धालु देखेंगे पंडाल में प्राचीन मंदिर और किलो की सजावट

गिरिडीहः
महामारी की पाबंदियों से मुक्त गिरिडीह में भी इस साल के शारदीय नवरात्रि में मां की पूजा और भक्ति में पूरा जिला जहा मग्न है। तो वही दूसरी तरफ शारदीय नवरात्रि के मौके पर ही शहर और ग्रामीण इलाको में पूजा समिति ने पूजा पंडाल और मंडप की सजावट को बेहद खास किया है। माता की सुंदरता प्रतिमा तो भक्तो को आकर्षित ही कर रही है। लेकिन शहर और ग्रामीण इलाको में बने पूजा के पंडाल और मंडप की सजावट भी भक्तो को आकर्षित कर रही है।

लाइट के साथ अलग अलग थीम पर बने इन भव्य पंडालों की सुंदरता ने दो साल के महामारी के सारे रिकॉर्ड तोड दिए। क्योंकि शहर से कुछ दूर के पपरवाटांड पूजा समिति के सदस्यो ने इस साल पंडाल का निर्माण राजस्थान के प्राचीन किला के आधार पर किया है। जिसका भव्यता खुद पपरवाटांड पूजा पंडाल ही दिखा रहा है। कुछ इसी तर्ज पर शहर के सुरो सुंदरी इंस्टीट्यूट एकाडेमी का भी पूजा पंडाल है जिसे राजस्थान के एक प्राचीन मंदिरों के तर्ज पर बनाया गया है। जबकि शहर में गांधी चौक के श्री श्री आदि दुर्गा मंडप और छोटकी दुर्गा मंडप में लाइट और फूलों की सजावट भी भक्तो का मन मोहने के लिए काफी है।

शाम होते ही लाइट की सजावट से दोनो मंडप कई आकर्षक और रंगबिरंगी लाइटों से झिलमिला उठते है। हालाकि शहर के कई और पूजा पंडाल और मंडप की सजावट भक्तो के आकर्षण का केंद्र है। लेकिन पपरवाटांड और सुरो सुंदरी इंस्टीट्यूट के पंडाल बेहद सुंदर है। लिहाजा, उम्मीद भी है अगर अगले दो दिन मौसम ने दगा नही दिया तो भक्तो को दो साल के बाद पंडाल और मंडप की खूबसूरत सजावट देखने को पूरा मौका मिलेगाए और मां के दर्शन के लिए आने वाले भक्तो की भीड़ सजावट देख वाह वाह कर उठेगी।

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