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किसान आंदोलन और फुलवामा के शहीदों के सम्मान में निकला मशाल जुलूस

कृषि कानून किसानों के लिए मौत का वारंट, कानून वापसी तक जारी रहेगा आन्दोलन

कोडरमा। तीन कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान 200 से अधिक शहीद किसानों व 14 फरवरी 2019 को फूलवामा हमले में मारे गए 44 शहीद जवानों की याद में किसान संघर्ष मोर्चा ने कला मंदिर से रेलवे स्टेशन तक मशाल जुलूस निकाला और शाहिद जवान व किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। जुलूस में किसान आंदोलन व फुलवमा के शाहिद किसान और जवान अमर रहे, किसान विरोधी काला कानून वापस लो आदि नारे लगाए जा रहे थे।


सिविल सोसाइटी के संयोजक उदय द्विवेदी की अध्यक्षता में हुईं। सभा को सीपीएम नेता संजय पासवान, सीपीआई नेता अर्जुन यादव, मजदूर नेता प्रेम प्रकाश, चरणजीत सिंह, जेएमएम नेता श्यामदेव यादव, बिरेंद्र यादव ने किया। वक्ताओं ने कहा कि किसान संयुक्त मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर आज पूरे देश में किसान आंदोलन में शहिद किसानों व फुलवामा हमले में शहिद जवानों की याद में मशाल जुलूस और मोमबत्ती जुलूस निकाला जा रहा है।


देश भर में कृषि कानून रद्द करने की करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग पर किसान संघर्षरत है। कृषि कानून किसानों के लिए मौत का वारंट है। कानून के वापसी तक आन्दोलन जारी रहेगा। मोदी सरकार किसानों को बर्बादी के कगार में ले जाना चाहती है। कृषि कानून का ऐतिहासिक विरोध देश में जारी है, खेत, खेती व किसानी खतरे में है, इसे बचाने के लिए देशभर में किसान महापंचायत हो रहा है। कार्यक्रम में प्रकाश यादव, शम्भु पासवान, नागेश्वर दास, सहदेव दास, अर्जुन सिंह, सकिंदर कुमार, प्रकाश चन्द्र राय, कामेश्वर भारती, रविशंकर यादव आदि मौजूद थे।

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