बारिश के कारण शहर से लेकर गांव तक ठप रही बिजली, लालटेन बना सहारा
कोडरमा। गांव से लेकर शहर तक शुक्रवार की पूरी रात लोगों ने अंधेरे में ही गुजारी। इस दौरान लोगों के जेहन में लालटेन युग की यादें ताजा होने लगी और लोगों ने घरों में रखे पुराने लालटेन को खोजना शुरू कर दिया। गौरतलब है कि तेज बारिश के कारण पूरे जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप रही। बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बिजली व्यवस्था को सामान्य करने में लगे रहे। शहरी इलाकों में शनिवार को दोपहर एक बजे के बाद से विभिन्न फीडरों में बिजली आपूर्ति की गई। लगभग 16 से 20 घंटे तक बिजली व्यवस्था ठप रहने से इनवर्टर, मोबाइल भी फेल हो गए। बच्चों और शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाई में काफी दिक्कत हुई। कार्यालयों और बैंकों में जनरेटर के भरोसे कार्य हुआ। पेयजापूर्ति भी अगले दो दिनों तक प्रभावित रहेगी। पूरी व्यवस्था रविवार तक ठीक करने की बात बिजली विभाग के अधिकारियों ने कही है। इधर बिजली विभाग के ईई प्रणव तिवारी ने बताया कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली के लगभग 30 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं। तीन से चार ट्रांस्फार्मर के जलने की भी सूचना दी गई। झुमरी तिलैया, कोडरमा, मरकच्चो, सतगावां, जयनगर और चंदवारा में तेज हवा से 11 और 33 हजार लाइन में पेड़ के गिरने की घटना भी हुई है। केटीपीएस से डोइयाडीह, चंदवारा लाइन 33 हजार में एक्सीलेटर रात 3रू30बजे ब्रेक डाउन हो गया। इससे गौशाला फीडर को सुबह साढ़े नौ बजे ठीक किया गया। वहीं साई फीडर में भी ब्रेक डाउन हुआ जिसे दोपहर एक बजे ठीक किया गया। डोमचांच फीडर सुबह छह बजे ठीक हुआ। सतगावां और मरकच्चो में भी कार्य किया जा रहा है। शनिवार की शाम तक बिजली आपूर्ति कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पेड़ हटाने के लिए हाइवा भी लगाया गया है तथा 25 मिस्त्री की भी संख्या बढ़ाई गई है। बताते चले कि जिले में लगभग पांच लाख आबादी बिजली और पानी से वंचित रही।