अवैध ढिबरा तस्करी मामले में वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई पर उठ रहा सवाल
- एक आंख में काजल और दूसरे आंख में सुरमा वाली कहावत हो रही है चरितार्थ
- चार टैक्टर अवैध ढिबरा पकड़े जाने के मामले में वन विभाग ने एक ढिबरा मालिक पर की प्राथमिकी
रंजन कुमार
गिरिडीह। रात के अंधेरे में तिसरी के जंगल से अवैध ढिबरा की तस्करी किए जाने के मामले में वन विभाग के टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए ढिबरा लदा चार ट्रेक्टर पकड़ने के बाद सभी ट्रेक्टर के मालिक और एक ढिबरा मालिक पर वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। विदित हो कि शनिवार को तिसरी प्रभारी वनपाल अभिमित राज के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर वनविभाग की टीम ने खरयोडीह गांव के पास चार ढिबरा ट्रेक्टर को जप्त किया था। चारो ढिबरा से लदा ट्रेक्टर के ड्राइवर वनविभाग के टीम के चंगुल से भागने में सफल हो रहे थे।
मामले में प्रभारी वनपाल अभिमित राज ने बताया की ट्रेक्टर मालिक किशोर, विक्की, राहुल और विजय सहित ढिबरा के मालिक सिकंदर लाल पर केस किया गया है। मनसाडीह के जंगल से ढिबरा की तस्करी कर मंडरो में ट्रक या मालवाहक पर लोड कर गिरिडीह-तिलैया सप्लाई की जाती है। मनसाडीह से ढिबरा तस्करी करने में दो अन्य सहयोगी का नाम सामने आ रहा है। जांच के बाद उन दोनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी वनपाल अभिमित राज ने कहा की ढिबरा मालिक सिकंदर लाल और बिट्टू कुमार के साथ उनके सहयोगी की पड़ताल की जा रही है। उन लोगांे पर भी केस किया जायेगा।

इधर स्थानीय जनप्रतिनिधि नारायण यादव ने कहा की वनविभाग की टीम अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई जरूर करती है, लेकिन दूसरी तरफ रात को खूब ढिबरा की तस्करी होती है। वहीं अशोक सिंह ने कहा की अवैध कारोबार में संलिप्त मुख्य व्यक्ति को क्लीन चिट भी दिया जाता है। जो संलिप्त नही होते है पुराने इतिहास को देख कर नाम जोड़ा जाता है। जिससे वैसे लोगों का मनोबल बढ़ रहा है जो अवैध ढिबरा की तस्करी कर रहे है। पूर्व में कई बार वनविभाग द्वारा ढिबरा लदा ट्रेक्टर पकड़ा गया, लेकिन उसमे अधिकांश में ट्रेक्टर मालिक पर केस कर अग्रतर कार्रवाई हो रही है। ढिबरा किसका है और किसके पास जा रही थी उस पर भी वनविभाग को ध्यान देना चाहिए।
बहरहाल शनिवार की रात को चार ट्रेक्टर ढिबरा पकड़े जाने के मामले में तीन ढिबरा व्यवसायी का नाम की खूब चर्चा है, लेकिन वनविभाग ने सिर्फ एक पर केस किया है, लेकिन दो पर मेहरबान है और इस तरह से वन विभाग अवैध कारोबार पर लगाम लगाने में जुटी हुई है जिसकी चर्चा काफी जोरो पर है।