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प्रोजेक्ट किलकारी के माध्यम से आंगनबाड़ी को किया जा रहा है सुदृढ़

  • सेविका व सहायिका को किया जा रहा है प्रशिक्षित
  • पांच आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाया जा रहा है मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र

कोडरमा। कोडरमा जिला में संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति को बेहतर करने के लिए जिला प्रशासन कोडरमा द्वारा प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में आंगनवाड़ी केंद्रों की दशा औऱ दिशा को सुधारने के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। प्रोजेक्ट किलकारी के तहत कोडरमा जिले के संचालित 749 आंगनवाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ करने के लिए उपायुक्त ने यह पहल की है। जिसके तहत 14 फरवरी 2022 से सभी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। जिले मे सभी सेविका व सहायिका को छह दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

छः दिवसीय प्रशिक्षण में 749 आंगनबाड़ी केंद्रों के सभी सेविका व सहायिका को विभिन्न समूहों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए 30 मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका एवं बेहतर कार्य करने वाली सेविकाओं का रखा गया है। इन्ही मास्टर ट्रेनर के द्वारा पांचों परियोजनाओं में सेविका व सहायिका को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही इस प्रशिक्षण में बाल संरक्षण ईकाई कोडरमा द्वारा बाल श्रम, बाल उत्पीड़न, बाल विवाह जैसे कुरीतियों के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से एवं इसके संबंध में कानूनी सलाह से अवगत कराया जा रहा है। आंगनवाड़ी केंद्रों में होने वाले गतिविधियों में प्री स्कूल एजुकेशन को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाने के विभिन्न तरीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

आंगनबाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई, बच्चों की साफ-सफाई के साथ-साथ महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों में किचन गार्डन, पोषण वाटिका इत्यादि के संबंध में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। विभिन्न चरणों में होने वाले प्रशिक्षण में उपस्थित सेविका एवं सहायिका को स्वयं उपायुक्त द्वारा उत्साहवर्धक मार्गदर्शन दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरांत सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका का प्रशिक्षण संबंधी जानकारी का मूल्यांकन किया जायेगा और आंगनबाड़ी केंद्रों में होने वाले परिवर्तन, अनुभव को साझा करते हुए एक-दूसरे का मूल्यांकन किया जायेगा। मूल्यांकन के उपरांत बेहतर कार्य करने वाली सेविकाओं को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जायेगा।

आंगनबाड़ी केंद्रों दशा एवं दिशा बदलने के क्रम में कोडरमा जिले के आंगनबाड़ी केंद्र लोचनपुर 01 को म़ॉडल बनाया जा चुका है। जिला के पांच ओर आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाने की प्रक्रियाधीन है। इसी तरह कई फेज में आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाया जायेगा औऱ सभी आवश्यक सुविधा की व्यवस्था की जायेगी।

उपायुक्त आदित्य रंजन द्वारा शुरू की गयी प्रोजेक्ट किलकारी एक अनूठी पहल है। इसका उद्देश्य 03 से 06 वर्ष के बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास को बढ़ावा देना, साथ ही साथ बच्चों की प्री स्कूल एजुकेशन को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाने पर बल दिया जायेगा।

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