बिरनी में फर्जी डॉक्टर की लापरवाही से दो साल के मासूम की हुई मौत, जाचं में जूटी पुलिस
गिरिडीह। बिरनी थाना क्षेत्र के पेशम गांव में एक झोला छाप डॉक्टर के लापरवाही से दो साल के मासूम हसनैन अंसारी की जान चली गई। गांव का झोला छाप डॉक्टर कोई ओर नहीं, बल्कि, बिरनी के गादी के मुखिया पति दिनेश यादव था, और फर्जी तरीके से एक क्लिनिक भी चलाता था। इधर इलाज के क्रम में जब बच्चे की हालात खराब होने लगी, तो फर्जी डॉक्टर दिनेश यादव भी बच्चे के पिता ताज के साथ बच्चे को दिखाने शहर के जीडी बगेड़िया नर्सिंग होम पहुंच गया। जहां इलाज के क्रम में डॉक्टर ने दो साल के मासूम हसनैन को मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत की जानकारी मिलने के बाद गांव का फर्जी डॉक्टर फरार होने में सफल रहा। घटना सोमवार की देर रात की है।
इधर मृत बच्चे के पिता मो0 ताज ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बेटे हसनैन को तेज बुखार था, बुखार होने के कारण ताज पहले अपने बेटे को गांव से कुछ दूर एक निजी प्रैक्टिसनर के पास ले गया। जहां निजी प्रैक्टिसनर ने उसके बेटे को शहर के किसी हॉस्पिटल में इंजेक्शन और स्लाइन चढ़ाने की बात कहकर भेज दिया। इस दौरान जब गांव के फर्जी डॉक्टर सह मुखिया पति दिनेश यादव को जानकारी मिली, तो वह ताज के घर पहुंचा और बच्चे का इलाज करते हुए इंजेक्शन भी लगा दिया। जिससे दो साल के मासूम की हालात खराब होने लगी। आनन फनन में बेटे को लेकर मो ताज सीधा जीडी बगेडिया पहुंचा। जहां इलाज के क्रम में डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
इधर मामले की जानकारी मिलने के बाद बिरनी थाना के एएसआई अमरप्रिट सिंह तापे भी घटनास्थल पहुंचे और मामले की जानकारी लेने के बाद कार्रवाई में जूट गए।