लकड़ी माफियाओं के द्वारा बेशकिमती लकड़ी काटकर बेचे जाने के विरोध में ग्रामीणों ने डीसी को दिया ज्ञापन
- वन विभाग के कर्मियों पर भी लगाया मिलीभगत का आरोप
गिरिडीह। गांवा-तिसरी प्रखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्र जोडसीमार, किचिनिया जंगल से लकड़ी तस्कर मोटा मोटा सखुआ का बेशकीमती लकड़ी काटकर ट्रेक्टर द्वारा ढोकर लकड़ी माफियाओं द्वारा बेचा जा रहा है। इस मामले में चेरवा के ग्रामीणों द्वारा वन क्षेत्र पदाधिकारी गांवा को देने के बाद भी लकड़ी माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिसे देखते हुए चेरवा निवासी बिपिन यादव ने आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार बेलवाना कार्यक्रम में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। आवेदन के आलोक पर पूर्व के वन पदाधिकारियों और ग्रामीणों के सहयोग से जंगल को सुरक्षित किया गया थ। लेकिन इस समय में कथित लकड़ी माफियाओं द्वारा दबंगई करते हुए दिनदहाड़े लकड़ी काटा जा रहा है। ट्रैक्टर के माध्यम से रात्रि के समय गांवा, डोरंडा और घोड़थंभा के आरा मिलो में जंगल के रास्ते खपाया जा रहा है। सिपाहियो द्वारा लकड़ी से लदा ट्रैक्टर को पकड़ा गया था। जिस पर अब तक कोई कानूनी करवाई नही हुई है। जिसके कारण माफियाओं का मनोबल और बढ़ता जा रहा है ।
रेंजर अनिल राम ने कहा कि लकड़ी माफिया चेरवा के रहने वाला गंगा यादव के उपर कांड 25/93 धारा 33(1) ए वन अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज किया गया।