विजय दिवस की शौर्यगाथा गिरिडीह के कारगिल स्मारक में शहीदों को शिक्षकों ने दिया श्रद्धाजंलि, तो छात्रों ने अपनी प्रतिभा से किया याद
गिरिडीहः
रणबांकुरो के शौर्यगाथा और देश के विजय दिवस कारगिल की लड़ाई के 22 साल पूरे होने का जश्न सोमवार को गिरिडीह के कारगिल स्मारक में भी धूमधाम के साथ मनाया गया। सिहोडीह-सिरसिया के बीएनएस डीएवी पब्लिक स्कूल परिसर में बने कारगिल स्मारक में जश्न मनाया गया। जहां स्कूल प्रबंधन ने रणबांकुरो को याद किया। हालांकि कोरोना काल के कारण विजय दिवस को बेहद सूक्ष्म रुप मनाया गया। लेकिन उत्साह और जश्न में कोई कमी नहीं रही। डीएवी के झारखंड जोन के प्रभारी व स्कूल के प्राचार्य पी. हाजरा ने सबसे पहले मार्च पाॅस्ट के बीच स्मारक पर बने शहीदों के तस्वीरों पर पुष्पचक्र चढ़ाया। तो नम आंखो के साथ स्कूल के शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने कारगिल वाॅर मेमोरियल स्मारक में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान शहीद हुए कैप्टन सौरभ कालिया, कैप्टन विक्रम बत्रा, विजेन्द्र थापर समेत कई रणबांकुरो के तस्वीरों पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके शहादत को नमन किया। स्कूल के शिक्षकों में नवीन मिश्रा, मनीष कुमार, योगेश झा समेत कई शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मौके पर कारगिल वाॅर मेमोरियल पर अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित किया। महामारी कोरोना प्रोटोकाॅल को देखते हुए कारगिल विजय दिवस का समारोह भले ही बेहद सादगी भरा था। लेकिन प्राचार्य समेत शिक्षकों के उत्साह में कोई कमी नहीं थी। सलामी परेड की धुन पर विजय दिवस समारोह मनाया गया। इधर स्कूल के प्राचार्य हाजरा ने कहा कि यह देश के लिए गर्व करने की बात है कि 22 साल बाद पूरा देश शौर्यगाथा पर अपने शहीद जवानों को याद कर रहा है। क्योंकि कारगिल पर देश की जीत का श्रेय सिर्फ उन वीर जवानों को ही जाता है। जो पाकिस्तान के धोखेबाजी को मुंहतोड़ जवाब दिए थे।

इस दौरान स्कूल के कक्षा तीन और पांच के छात्रों ने भी देश के जांबाज वीरों को अपनी श्रद्धाजंलि अलग अंदाज से दिया। स्कूल के इन नन्हें छात्रों ने पेंटिग के माध्यम से कारगिल विजय दिवस की लड़ाई को कार्डबोर्ड पर उकेरा। किसी छात्र ने शहीद जवान को बंदूक ताने कार्डबोर्ड में प्रदर्शित किया। तो छात्राओं ने राष्ट्रीय ध्वज को पकड़े वीर जवानों की तस्वीर पर कार्डबोर्ड में बनाई। कारगिल युद्ध जीतने पर जवानों द्वारा तिरंगा फहराने की तस्वीर ने प्राचार्य समेत शिक्षकों को मोहित कर दिया। कमोवेश, शिक्षको ंने विजय दिवस समाारोह का उत्साह दिखाया। तो छात्रों का उत्साह भी कुछ कम नहीं था।