बाल विवाह का विरोध कर पढ़ाई करने वाली छात्राओं को समाज कल्याण ने किया सम्मानित
- समाज में आया है बदलाव, लड़कियां बाल विवाह का विरोध कर शिक्षा को बना रही हथियार: दीपेश
गिरिडीह। बाल दिवस के मौके पर जिला समाज कल्याण विभाग के द्वारा मंगलवार को समाहरणालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान समारोह में प्रोबेशनल आईएएस दीपेश कुमारी, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, समाज कल्याण अधिकारी अलका हेंब्रम और कल्याण पदाधिकारी जय प्रकाश मेहरा, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, नीति आयोग की अंजली समेत कई मौजूद थे। मौके पर माता पिता के दबाव के बीच बाल विवाह की प्रथा त्याग कर पढ़ाई को जरूरी समझने वाली 26 छात्राओं को सील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान प्रोबेशन आईएएस दीपेश कुमारी ने कहा कि उच्च शिक्षा को लेकर आज भी अधिकांश घरों में एक जैसे माहौल है। लड़कियों की पढ़ाई को शुरू से अनुचित ही कहा जाता रहा है, लेकिन बदलाव आया है, और यह आगे भी जारी रहेगा। जिसे माता पिता को अहसास होना शुरू हो गया है की बेटियों की पढ़ाई कितनी जरूरी है। कहा कि समाज कल्याण विभाग ने जिस तरह से ऐसी बेटियों का चयन किया है जो अपने परिवार के फैसले के विरोध जाकर पढ़ाई को अपना बेहतर भविष्य बनाई और भविष्य में उनकी सफलता परिवार वालो को खामोश कराएगी।