महापर्व रामनवमी को लेकर गिरिडीह प्रशासन ड्रोन कैमरे से रख रहा है संवेदनशील इलाकों के घर की छत्त पर नजर
शांतिपूर्ण तरीके से पर्व बीतानें को लेकर जिला प्रशासन हुआ सख्त
गिरिडीहः
शौर्य और पराक्रम के महापर्व रामनवमी के साथ रमजान को लेकर गिरिडीह प्रशासन की तैयारी पूरी हो चुकी है। रामनवमी के भजन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में पिछले दो दिनों से बज रहे है। जबकि गुरुवार की सुबह और देर शाम निकलने वाले अखाड़ा और झांकियो के प्रदर्शन को लेकर चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए है। हर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थानों पर नजर रखा जा रहा है। बुधवार की शाम से ही जिला नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है। जबकि जिला मुख्यालय में ही चार ड्रापगेट तैयार किया गया है। इन चार ड्रापगेट से गुरुवार की सुबह से लेकर देर रात हर बड़े वाहनों का आवागमन पर पांबदी लगा रहेगा। जबकि शहर में 50 से अधिक दडांधिकारी और 800 सौ अधिक पुलिस बल तैनात किए जा चुके है। तो पूरे जिले में 15 सौ से अधिक पुलिस बल तैनात हो चुके है। रामनवमी को लेकर पशुतस्करी नहीं हो, इस पर खास फोकस किया जा रहा है। तो उपद्रवियों के गतिविधियों पर नजर रखा जा रहा है। एसपी अमित रेणु के साथ सदर एसडीपीओ अनिल सिंह, डीएसपी संजय राणा और नगर थाना प्रभारी राम नारायण चाौधरी और मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान के साथ पचंबा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह लगातार इलाके पर नजर रखे हुए है। इतना ही नही जिला मुख्यालय के तीनों थाना क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे से नजर रखा जा रहा है। हर संवेदनशील इलाकों के घरों के उपर ड्रोन कैमरे से देखा जा रहा है कि कहीं किसी घर के उपर पत्थरों का स्टाॅक तो नहीं रखा गया है। वैसे ड्रोन कैमरे पूरे शहर और पचंबा इलाके में लगातार उड़ाए जा रहे है। तो होर्डिंग्स लगाकर लोगों को अल्टीमेटम भी दिया गया है कि हर एक व्यक्ति ड्रोन कैमरे के नजर में है। लिहाजा, अर्धसैनिक बलों को उनके वरीय अधिकारियों का सख्त निर्देश है कि शांति भंग होने वाले किसी सूरत में उपद्रवियों को छोड़ा नहीं जाएं। और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।