मेरे भईया मेरे चंदा मेरे अनमोल रत्न के गीत के बीच गिरिडीह में सारा दिन मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार
गिरिडीहः
मेरे भईया मेरे चंदा मेरे अनमोल रत्न, भाई-बहन के पवित्र प्यार का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन का यह प्रसिद्ध गीत रविवार को सारा दिन गूंजता रहा। एक तरफ खुशियों भरे रक्षाबंधन त्योहार का उत्साह तो दुसरी तरफ त्योहार के पावन गीत। कमोवेश, रविवार को गिरिडीह में भी उत्साह का माहौल रहा। बहनों ने रेशम के धागे से बनी कई खुबसूरत राखियों के साथ स्न्नेह के धागे भी बांधी। रक्षाबंधन को लेकर खास बात यह रही कि कोई नक्षत्र का प्रभाव नहीं रहने के कारण सारा दिन रक्षाबंधन मनाने का मुर्हुत था। इधर रक्षाबंधन के उत्साह बहनें सुबह से तैयार हो कर पूजा की थाली तैयार करती नजर आई। यही हाल भाई का भी रहा कि भाईयों ने भी जल्दी तैयार हो कर बहनों से अपनी कलाई पर राखी बंधवाया। त्योहार को लेकर ही छोटी बहनों का उत्साह देखते ही बना।
नन्हीं बहनों ने भी राखी की थाली की सजावट लेकर छोटे भाईयों की आरती की। और मंगल तिलक लगाकर कलाई पर राखी बांधी। इस दौरान छोटे भाईयों ने भी अपनी बहनों को स्न्नेह के रुप में उपहार दिया। इधर सीआरपीएफ के सांतवी बटालियन के कैंप में भी रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के लिए कई बहनें पहुंची। जहां पीएम मोदी की दो बहनें सेजल साहु और चाहत साहु ने जहां सीआरपीएफ कमांडेट भारत भूषण जखमोला के साथ सेकेंड इन कमांडेट गोपाल कुमार गुप्ता, तिलकराज और उप कमांडेट नवीन विश्वकर्मा समेत जवानों को राखी बांधी। और आरती कर मंगल तिलक लगाया।
इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की शालिनी बैशखियार के साथ पतजंलि योग समिति की पुष्पा शक्ति समेत कई महिलाएं सीआरपीएफ कैंप पहुंची। और कमांडेट समेत जवानों को राखी बांधी। भाई-बहन के इस पवित्र प्रेम के त्योहार रक्षाबंधन को लेकर ही बहनों से राखी बंधवाने के बाद कमांडेट समेत जवानों ने बहनों को उपहार के साथ आशीर्वाद भी दिया।