LatestNewsकोडरमाझारखण्ड

संपूर्ण लॉकडाउन से कोडरमा में करोड़ों का व्यवसाय हुआ प्रभावित

फल, सब्जी, दूध के साथ खाद्य सामग्री की बिक्री पूरी तरह रही प्रभावित

कुलदीप

कोडरमा। कोरोना पर काबू पाने के मकसद से झारखंड के कोडरमा जिले में वीकेंड लॉकडाउन को लेकर सड़क पुरी तरह सुनसान नजर आया। लोग जहां घरों में कैद रहे वही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। अमूमन बाजार समिति सब्जी मंडी में प्रतिदिन लोगों की भीड़ देखने को मिलता था लेकिन रविवार को वह पूरी तरह वीरान रहा। रोजाना 20 से 30 बड़े एवं छोटे वाहनों का फल और सब्जियां लेकर सुबह से आना जाना लगा रहता था। वही इन जगहों पर सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। शहर की सब्जी दुकानों पर ताले लटके नजर आए। वही फुटपाथ पर लगने वाले चाय समोसा गुपचप चाट के साथ-साथ मिठाइयों की बिक्री भी प्रभावित हुई। कहा जा सकता है आम से खास तक सभी लोगों का व्यवसाय परी तरह प्रभावित रहा। जिले के पेट्रोल पंप तो खुले लेकिन आम दिनों की तरह उसकी बिक्री नहीं रही। जिले में लगभग 50 पेट्रोल पंप हैं और प्रतिदिन इन पेट्रोल पंप से 40 हजार लीटर पेट्रोल तथा ढाई से तीन लाख लीटर डीजल विक्री होती है। लेकिन सड़कों पर ऑटो से लेकर मोटरसाइकिल और निजी वाहन नहीं चलने और रविवार होने की वजह से वह सरकारी कार्यालय बंद रहे जिस कारण पेट्रोल डीजल की खपत नहीं हुई।

पेट्रोलियम पदार्थ की बिक्री में हुई 60 से 70 फिसद की कमी

कोडरमा पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के सचिव दीपक छाबड़ा ने कहा कि पेट्रोल 70 प्रतिशत और डीजल 40 से 50 प्रतिशत प्रभावित हुआ है। हाईवे पर चलने वाले वाहन ही सिर्फ पंपों पर नजर आए। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कोडरमा जिले में लगभग  प्रतिदिन 4 करोड रुपए का पेट्रोल डीजल की बिक्री होती है, लेकिन आज संपूर्ण लॉकडाउन होने की वजह से लगभग 2 करोड़ का व्यवसाय ही हो पाया। वहीं दूसरी ओर डेयरी के दूध के साथ-साथ स्थानीय खटाल से बिकने वाली दूध का व्यवसाय भी प्रभावित हुआ।

फलों, सब्जियों के व्यवसाय पर भी पड़ा असर

इसके अलावा बाजार समिति एवं थोक फल विक्रेताओं के गोदामों में लगभग 20 ट्रक आम, केला, सेब, लीची, अंगूर की आपूर्ति नहीं हुई। इसके साथ ही 50 अन्य वाहन जो सामान लाने ले जाने का कार्य करते थे पूरी तरह प्रभावित रहे। वही बाजार समिति के सचिव रवि रंजन ने बताया कि व्यपारियों को पहले ही सुचना दे दी गई थी कि संपूर्ण लॉकडउन रविवार को रहेगा। ऐसे में विक्रेता आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र बिहार व अन्य राज्य से फलों को न मंगाएं। फलों के थोक विक्रेता मनोज साव ने बताया कि जिले में लगभग 20 से 25 लाख रुपए की फल की बिक्री प्रभावित हुई वही जिले के विभिन्न इलाकों में लगभग 10 लाख से ऊपर की सब्जियां भी नहीं बिकी। जिले के इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक के साथ-साथ खाद्य सामग्री की बिक्री भी प्रभावित हुई लगभग 50 लाख का व्यवसाय प्रभावित हुआ। वही दूसरी ओर सड़कों पर दोडने वाले  वाहन काफी कम संख्या में नजर आए जिन्हें दवा और वैक्सीन लेना था वही लोग सड़कों पर नजर आए कुछ लोग जो ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंचे उनके वाहन दौड़ते नजर आए। यात्रियों को उतरने के बाद गिरिडीह हजारीबाग रामगढ़ तथा बिहार के रजौली नवादा जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। झुमरी तिलैया नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी कौशलेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए व्यापारियों ने स्वतरू अपने व्यवसाय को बंद रखा। शहर में जगह जगह पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons