तिसरी प्रखंड में सड़क किनारे की जमीन पर भूमाफियाओं का दखल
- फर्जी कागजात बनाकर बेच रहे है वनभूमि और सरकारी जमीन
- जमीन सीमांकन की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम, भागे भूमाफिया
गिरिडीह। जिले के तिसरी प्रखंड के तिसरी-चंदौरी मुख्य सड़क के बरमसिया के पास कई एकड़ सरकारी व वनभुमी भूमाफिया के द्वारा लाखो रुपये कट्ठा प्लोटिंग कर बेचने का मामला सामने आया है। हालांकि शनिवार को जमीन को बेचने की सूचना पर रेंजर अनिल कुमार के निर्देश पर तिसरी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काम को रोकने के साथ ही त्रिभुवन दयाल नामक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
अंचल से गलत तरीके से तैयार किये गये है कागजात
बता दे कि उक्त स्थल पर कई महीनों से लगभग बीस एकड़ जमीन की खरीद बिक्री के लिये भूमाफियाओं द्वारा गलत तरीके से अंचल से कागजात तैयार कर एक साल से धनवान लोगों के बीच मोटी रकम में जमीन को बेचने का कार्य किया जा रहा है। जिसका प्लोटिंग पहले भी किया गया था। शुक्रवार को दर्जनों लोग खरीदी करने वाले व भूमाफिया के बीच उक्त स्थल बरमसिया के पास जमीन की मापी कर सीमांकन करा रहे थे। बताया जाता है कि बरमसिया के जमीन सरकारी गैरमजरुआ व वन भूमी का बड़ा भूभाग है जो मुख्य सड़क के किनारे स्थित है। जिस पर भूमाफियाओं की गिद्ध नजर पड़ी और वे जमीन का हासिल करने में जूट गये। इस क्रम में भूमाफियाओं ने पहले अंचल से बंदोबस्ती का कागजात तैयार कराया। उसके बाद लोगांे को मोटी रकम ले कर कई एकड़ जमीन बेच दी। शेष बची जमीन को बेचने का सिलसिला भी लगातार जारी है।
वन विभाग की टीम को देख भाग खड़े हुए भूमाफिया
बरमसिया के पास जमीन की खरीद बिक्री की जानकारी मिलते ही वन विभाग के रेंजर के निर्देश पर शुक्रवार को तिसरी वन विभाग के उपवन परिसर पदाधिकारी टीम गठित कर बरमसिया भेजा गया। वन विभाग के टीम को देखते ही भूमाफिया व खरीदवाल भाग गए। एक व्यक्ति चंदोरी के त्रिभुवन दयाल को टीम ने पकड़ कर कार्यालय ले आये। जहां पूछताछ के क्रम में त्रिभुवन दयाल ने बताया कि उसके पिता के नाम से बंदोबस्ती का पट्टा है। जिसमंे जबरन तिसरी के राजकुमार शर्मा एक जेरोक्स पेपर दिखा कर पांच एकड़ जमीन छीन लिया और बेच दिया।
जमीन बेचने पर अंचल अधिकारी मौन
मुख्य सड़क के किनारे की जमीन की खरीद बिक्री पर अंचल के अधिकारियों का मौन रहना यह दर्शाता है कि अंचल विभाग के मिलीभगत से ही भूमाफिया जमीन बेच रहे है। यदि यही रवैया रहा तो विकास कार्य मंे जमीन की जरूरत पड़ने पर उपलब्ध कराना मुश्किल हो जायेगा। जिसका परिणाम सीधे साधे लोग व जनता को भुगतना पड़ सकता है।
वनभूमि की जांच कर आरोपियों के खिलाफ की जायेगी कार्रवाई
रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि बरमसिया तिसरी के पास वनभूमी का बड़ा प्लाॅट है। जहां पर वनरोपण कुछ वर्ष पहले की गई थी। जिसकी जांच कर दोषी व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। उक्त स्थल पर एक भी ईंट नही जोड़ा जायेगा। वहीं उपवन परिसर पदाधिकारी पवन विश्वकर्मा ने कहा कि आरोपी पक्ष पट्टा दिखा रहा है। नक्शा में यदि वन भूमि होगा तो जमीन का अतिक्रमण नही करने दिया जायेगा। इसकी जांच की जा की रही है।