गिरिडीह में राशन डीलर तक अनाज पहुंचाने वाले डोर स्टेप डिलीवरी के ठेकेदार साहु भाईयों के एसडीएम स्तर से निर्गत आचरण प्रमाण पत्र का डीएसओ ने शुरु किया जांच, कई और गड़बड़ी आ रही सामने
गिरिडीहः
स्टेट फूड कॉरपोरेशन के गोदाम से जिले के राशन डीलरांे तक अनाज पहुंचाने में डोर-स्टेप-डोर डिलीवरी की एजेंसी कितनी पारदर्शिता बरत रही है। यह तो गिरिडीह के जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी ही स्पस्ट कर सकते है। फिलहाल जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी डोर स्टेप डिलीवरी के कार्य में लगे एजेंसियों के संचालकों के प्रमाण पत्र समेत अन्य गड़बड़ियों की जांच में जुटे है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी की मानें तो मां तारा ट्रैडर्स के संचालक श्रीकांत साव और लक्ष्मण साहु उर्फ लछु साव द्वारा टेंडर लेने के दौरान नगर थाना से लेकर सदर एसडीएम कार्यालय से जो आचरण प्रमाण पत्र निर्गत कराया। वो गड़बड़ियों से भरा हुआ है। क्योंकि एसडीएम और नगर थाना से दोनों के आचरण तो साफ-सुथरा बता दिया गया। लेकिन दोनों के खिलाफ नगर थाना में मारपीट का केस दर्ज है। इतना ही नही दोनों एजेंसी संचालक आपस में सगे भाई है। और दोनों के पिता भी एक ही है। लेकिन जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय में टेंडर लेने के क्रम में दोनों ने अपने-अपने पिता के नाम आधार कार्ड को ही अलग कर दिया। फिलहाल आधार कार्ड की गड़बड़ी में जो मामला सामने आया है। उसके अनुसार लक्ष्मण साहु ने आधार कार्ड में अपने पिता का नाम कारु साव तो श्रीकांत साव ने अपने पिता जर्नादन साव के नाम का जिक्र किया है। और डीएसओ इसी गड़बड़ी की जांच में जुटे है। जिला आपूर्ति कार्यालय की मानें तो एक भाई गिरिडीह के सदर प्रखंड में डोर स्टेप डिलीवरी की एजेंसी का संचालन कर रहे है तो दुसरा धनवार प्रखंड में। इधर जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने जानकारी लेने पर बताया कि दोनों के आचरण प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेजों का जांच किया जा रहा है। यही नही जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि दोनों एजेंसी संचालकों के खिलाफ कई और गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। लेकिन जांच किया जा रहा है। मतलब संकेत साफ है कि जांच के आधार पर गड़बड़ी सामने आने के बाद और भी मामला सामने आ सकता है। जानकारी के अनुसार दोनों ने इसी साल पूर्व डीएसओ गौतम भगत के कार्यकाल में डोर स्टेप डिलीवरी के लिए टेंडर डाला था। और अब जब नए डीएसओ ने जांच शुरु किया। तो गड़बड़ी सामने आना शुरु हो चुका है।