नाव डुबने की घटना में छह का निकाला गया शव, शोक में डुबा पूरा इलाका
- सदर विधायक व बगोदर विधायक के आग्रह के बाद हेमंत सरकार ने मुआवजा देकर पीड़ितों के दर्द को कम करने का किया प्रयास
- डीसी को आपदा प्रबंधन सचिव ने दिया 32 लाख का फंड आश्रितों के बीच वितरण का निर्देश
- घटना के दूसरे दिन राहत कार्य के दौरान डटे रहे धनवार एसडीएम, एसडीपीओ व सांसद प्रतिनिधी दिनेश यादव
गिरिडीह। राज्य के दो जिलों कोडरमा और गिरिडीह के सीमावर्ती पचंखेरो डैम में हुए दर्दनाक हादसे की टीस 24 घंटे बाद भी लोगों को दर्द से कराहने के लिए मजबूर कर रही है। क्योंकि घटना के दुसरे दिन सोमवार को डैम से छह लोगों के शव बाहर निकले गए। दो लोगों के अब भी डैम के भीतर होने की बात कही जा रही है। वैसे दुसरे दिन सोमवार को हेमंत सरकार और जिले के दो विधायकों ने मृतकों के आश्रितों का दर्द मुआवजा की घोषणा कर कम करने का प्रयास जरुरी किया है।
घटना के दुसरे दिन सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और बगोदर विधायक विनोद सिंह ने रांची में सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात कर पचंखारो डैम में मारे गए लोगों के आश्रितों को तत्काल मुआवजा दिलाने का आग्रह किया है। सीएम हेमंत सोरेन ने भी सूबे के आपदा प्रबंधन सचिव डा. अमिताभ कौशल को निर्देश देकर गिरिडीह डीसी को आपदा मद में 32 लाख भेजने का निर्देश दिया है। इसकी पुष्टि गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने करते हुए बताया कि जिले में आपदा प्रबंधन मद में फंड मौजूद था। अब आश्रितों को मुआवजा देने की प्रकिया शुरु कर दिया जाएगा। हर मृतक के एक आश्रित को चार लाख देने का प्रावधान है।
इधर घटना के दुसरे दिन सोमवार तक एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद जिन छह लोगों के शव डैम से बाहर निकाले है, उनमें धनवार के 42 वर्षीय सीताराम यादव व मृतक की 13 वर्षीय बेटी सेजल कुमारी, प्रदीप सिंह की 13 वर्षीय बेटी संध्या कुमारी उर्फ फलक कुमारी, प्रफूल सिंह के 15 वर्षीय और 17 वर्षीय बेटा अमित कुमार और राहुल कुमार व प्रदीप सिंह के 11 वर्षीय बेटा शिवम कुमार का शव शामिल है। इस दौरान घटना के दुसरे दिन जारी राहत कार्य की मॉनिटरिंग करने के लिए धनवार एसडीएम धीरेन्द्र सिंह, एसडीपीओ मुकेश महतो और सांसद प्रतिनिधी दिनेश यादव समेत कई पदाधिकारी मौके पर मौजूद थे।
बताते चले कि पचंखारो डैम के जिस हिस्से में आठ लोगों से भरा नाव पलटा है। वह इलाका कोडरमा के मरकच्चो थाना क्षेत्र में पड़ता है। लेकिन इसी डैम का एक हिस्सा धनवार के गोरहंद गांव में पड़ता है तो इस डैम को गोरहंद के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन नाव डूबने की घटना कोडरमा के पंचखेरो गांव में हुई और नाव में बैठे आठ लोग डूब गए। इसमें गिरिडीह के धनवार के तीन-तीन अलग परिवार बच्चो व अभिभावक शामिल थे। सभी नौका से डैम का लुत्फ उठाने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान रविवार की दोपहर डैम के एक हिस्से में यह बड़ी घटना हुई।