बालासोर टेªन हादसे के शिकार हुए सचिन सिंह का शव पहुंचा गांव, गमगीन हुआ माहौल
- बेंगाबाद के गोलगो पंचायत के मंझलाटोल गांव का रहने वाला था सचिन
- चेन्नई में रहकर करता था मजदूरी, गिरिडीह से वापस लौट रहा था चेन्नई
गिरिडीह। उड़ीसा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में कईयों ने अपनो को खोया है। जिसमें से एक गिरिडीह जिले के बेंगाबाद प्रखंड के गोलगो पंचायत के मंझलाटोल गांव ने युवा सचिन सिंह को खो दिया। बुधवार को मृतक सचिन सिंह का शव आते ही गोलगो पंचायत के मंझलाटोल गांव में चीत्कार मच गया। जिससे पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। सचिन के शव आने की सूचना मिलते ही गांव के करीब करीब सभी लोग उसके घर पहुंच गए। इस दौरान सचिन की पत्नी और ने जैसे ही सचिन के शव को देखा वे चित्कार करने लगी। परिजनों का हाल देखकर मौके पर मौजूद सभी लोगों के आंखे नम हो गई। बताया जाता है कि स्व0 अजूर्न सिंह के पुत्र सचिन सिंह चेन्नई में रहकर काम करते थे।
इस दौरान बेंगाबाद के प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. कयूम अंसारी, अंचल अधिकारी कृष्ण कुमार मरांडी, थाना प्रभारी शशि सिंह, भाकपा माले नेता राजेश यादव, सामाजिक कार्यकर्ता विश्वनाथ सिंह सहित गोलगो पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि महेन्द्र दास, हरिला पंचायत के मुखिया सुधीर रजवार, समाजसेवी रेणुलाल चौरसिया, पूर्व मुखिया मुन्ना सिंह, पंचायत सचिव सहित कई मंझलाटोल गांव पहुंचे और बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में इस गांव के मारे गए युवा मजदूर सचिन सिंह के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढाढस बंधाया। इस दौरान सभी दुख की इस घड़ी में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
मौके पर माले नेता राजेश यादव सहित अन्य ने कहा कि, मंगलवार की शाम को ही बगोदर विधायक विनोद सिंह ने उन्हें सूचित किया कि, आपके क्षेत्र के सचिन सिंह, जिनकी मौत रेल दुर्घटना में हुई है, का शव तथा मुआवजे का चेक लेकर वहां से रवाना हो चुके हैं। कहा कि, घटनाओं को पूरी तरह रोकना संभव नही लेकिन उसपर नियंत्रण तो किया ही जा सकता है। कहा कि, रेलवे में लाखों पद रिक्त हैं जिसका दुष्प्रभाव इसके मेंटेनेंस में कमी और लापरवाही के रूप में पड़ना तथा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ बहुत स्वाभाविक है।
मौके पर भगत सिंह, साहेब सिंह, टुनटुन सिंह, जलघर सिंह, मोहन सिंह, राजेंद्र मंडल, रामलाल मुर्मू, सुखदेव गोस्वामी, महेश वर्मा, खलील अंसारी सहित बड़ी तादाद में स्थानीय महिला-पुरुष मौजूद थे।