गिरिडीह तैलिक साहु समाज के सावन महोत्सव में समाज की बेटियों ने किया नृत्य, सान्वी रौशन रही हुई प्रथम
गिरिडीहः
सावन का महीना महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है। इसी क्रम में शनिवार को गिरिडीह तैलिक साहु समाज के महिला प्रकोष्ठ ने शहर के साहु सदन में सावन महोत्सव का आयोजन किया। महिला प्रकोष्ठ के इस सावन महोत्सव में समाज के अध्यक्ष बालगोंविद साहु के साथ कार्यकारी प्रर्देश अध्यक्ष उमाचरण साहु, महासचिव धर्मप्रकाश, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सुचिता देवी और अरुण साहु भी शामिल हुए। रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रमों के बीच हुए सावन महोत्सव में समाज की बच्चियों ने सावन के प्रसिद्ध गानों पर नृत्य की। भजनों पर ही बच्चियांे द्वारा नृत्य पेश किया गया। इस दौरान महोत्सव की शुरुआत समाज के पदाधिकारियों ने दानवीर भामाशाह के तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर और उन पर पुष्प अर्पित कर किया। मौके पर समाज के पदाधिकारियों को सावन माह को सनातन धर्म के लिए बेहद खास बताते हुए कहा कि सिर्फ यही माह नीलकंठ महादेव की उपासना के लिए जाना जाता है। क्यांेकि एक माह तक चारों तरफ हरियाली ही रहती है। ऐसे में यह महिलाओं के लिए भी सर्वोतम माह बन जाता है। महिला प्रकोष्ठ के इस सावन महोत्सव के दौरान महिलाओं ने कई प्रतियोगिता भी आयोजित कर रखे थे। चित्राकंन, मेंहदी और नृत्य प्रतियोगिता भी इस दौरान हुए। तो प्रतियोगिताओं में महिलाआंे से लेकर समाज की बच्चियों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा ली।
मौके पर महिलाओं से लेकर युवतियों ने अपने-अपने हाथों में खुबसूरत मेंहदी लगा रखी थी।
इस दौरान निर्णायक मंडली ने सान्वी रौशन के एकल डांस को लोगों को झूमते देखा, तो उसे पहले स्थान के लिए घोषित किया। जबकि दुसरे स्थान पर ही अराध्या आंनद और तृतीय स्थान पर अमीषा रही। तो चित्राकंन प्रतियोगिता में आस्था गुप्ता और सिद्धार्थ साहा पहले स्थान के लिए चुने गए। वहीं चित्राकंन प्रतियोगिता में ही परी रानी, अभीश्री का नाम दुसरे स्थान के लिए घोषित किया गया। औ रियार्थ गुप्ता तीसरे स्थान के लिए घोषित हुई। इधर सावन महोत्सव को सफल बनाने में सुनीता देवी, डॉली रानी, रुबी कुमारी, शिल्पा कुमारी, सोनी कुमारी, खुशबू कुमारी, आरती देवी और जंयती देवी ने महत्पूर्ण भूमिका निभाया। प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित भी किया गया।