श्मसान काली और बंगाली गल्र्स हाई स्कूल में मां काली के दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़
श्मसान काली और बंगाली गल्र्स हाई स्कूल में मां काली के दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़
गिरिडीहः
मां काली की उपासना के दुसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं ने पूरे भक्तिभाव के साथ माता को विदा किया। शहर के मकतपुर रोड स्थित बंगाली गल्र्स हाई स्कूल में रवीन्द्र ग्रंथागार पूजा समिति के सदस्य गाजे-बाजे के साथ माता की प्रतिमा लेकर विसर्जन के लिए निकले। समिति के सदस्यों से लेकर महिलाएं व युवतियां भी विसर्जन शोभा यात्रा में उत्साह के साथ शामिल हुई। शहर के चाौक-चोराहों से गुजरते हुए श्रद्धालु माता की प्रतिमा लेकर शहर के बरवाडीह स्थित मानसरोवर तालाब पहुंचे। और विसर्जन किया। इसे पहले पूजा स्थल में महिलाओं ने सिंदूर खेला रिवाजों को भी पूरे धूमधाम के साथ पूरा की। सुहागिनें एक-दुसरे को सिंदूर लगाकर जहां आशीर्वाद देती नजर आई। वहीं उत्साह के साथ महिलाओं ने सिंदूर खेला के रस्मों को पूरा की। वहीं दीपावली की शाम अमावस्या तिथि को ही बंगाली गल्र्स हाई स्कूल में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी। महिलाओं से लेकर युवतियां और श्रद्धालु अटूट आस्था के बीच पूजा पमंडाल पहुंचे। और मत्था टेक कर माता को नमन किया। मौके पर पूजा समिति की और से बंगाली गल्र्स हाई स्कूल में भव्य पंडाल के निर्माण के साथ माता की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की गई थी। जहां सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरु हो गई थी।
इस दौरान शहर के बरमसिया स्थित श्मसान काली मंदिर में ही माता की पूजा-अर्चना हुई। पूजा में काफी संख्या में भक्त शामिल हुए। देर शाम शुरु हुए पूजा-अर्चना का दौर अहले सुबह तक जारी रहा। अमावस्या तिथि को लेकर श्मसान काली मंदिर की सजावट भी आर्कषक तरीके से की गई थी। पूजा-अर्चना के बाद मंदिर में हवन भी किया गया। इधर शहर के काली बाड़ी चाौक पर भी माता की अराधना में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। महिलाएं और युवतियां जहां दीपदान के लिए मंदिर में कतारबद्ध नजर आई। वहीं माता के दर्शन के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। देर रात तक काली बाड़ी चाौक स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा।