चंदवा पहरी आदिवासी टोला में विधायक बाबूलाल मरांडी के द्वारा कराया गया बोरिंग
- वनकर्मियों के द्वारा जलमीनार उखाड़े जाने से क्षेत्र में उत्पन्न हो गई थी पेयजल समस्या
- क्षेत्र भ्रमण के दौरान स्थानीय लोगों ने मामले से श्री मरांडी को कराया था अवगत
गिरिडीह। प्रखंड के खटपोंक पंचायत के चंदवा पहरी आदिवासी टोला में वनकर्मी द्वारा जलमीनार उखाड़ कर ले जाने के बाद भारी जल संकट से निजात दिलाने को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह धनवार विधायक के निर्देश पर एक बोरबेल कराया गया। भाजपा सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव के नेतृत्व में शुक्रवार को उक्त गांव में ग्रामीणों के उपस्थिति में बोरिंग किया गया।
बता दंे कि विगत बुधवार को श्री मरांडी ने चंदवा पहरी गांव जाकर ग्रामीणों से मुलाकात कर समस्या से रूबरू हुए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने जलमीनार वन कर्मी द्वारा जबरन तोड़ देने के बाद भारी जल संकट उत्पन्न हो जाने की शिकायत की थी। विगत 28 जुलाई को बिना नोटिस के ग्रामीणों के लिय एक मात्र जलश्रोत जलमीनार को तोड़ देने के बाद वन कर्मी द्वारा ग्रामीण, मुखिया और सांसद प्रतिनिधि पर झूठे मुकदमा भी किया गया। गांव से काफी दूर नदी नाला से दूषित पानी पीने को मजबूर हो गए है। जिसे देखते हुए अविलंब पानी की व्यवस्था करते हुए गांव में बोरिंग कराया गया। जिससे ग्रामीण कार्तिक मुर्मू, चारो टुड्डू, मुन्ना किस्कू, बबीता किस्कू, चंदमुनी टुड्डू, तालो टुड्डू सहित दर्जनों ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है।
सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव ने कहा कि चंदवा पहरी गांव के सवा सौ आदिवासी ग्रामीणों जलमीनार से पेयजल सुविधा मिल रहा था। जिसे बेरहमी से वन कर्मी द्वारा तोड़ फोड़ कर जलमीनार को बर्बाद कर दिया। इस मामले की जांच की मांग की गई है यदि शीघ्र ही जांच कर दोषी पर कर्मी पर कार्रवाई नही की गई तो उग्र आंदोलन करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष सह धनवार विधायक बाबूलाल मरांडी और सरकार से न्याय दिलाने की गुहार ग्रामीणों ने लगाया है। मौके पर मुखिया जानकी यादव भी मोजूद थे।