इनामी नक्सली और सेक सदस्य नंदलाल और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी को पुलिस ने बताया बड़ी उपलब्धि
- दुमका एसपी अमरजीत बलिहार हत्याकांड में था शामिल
- दो दिन के पूछताछ में भी दोनो पति पत्नी से कुछ नही उगलवा पाई पुलिस व खुफिया एजेंसी की टीम
गिरिडीह। गिरिडीह पुलिस ने संथाल परगना के दुमका के 25 लाख के इनामी नक्सली और स्पेशल एरिया कमिटी के सदस्य नंदलाल सोरेन उर्फ हितेश और उर्फ विजय दा उर्फ पवित्र दा और उसकी पत्नी चांदमूनी को पीरटांड़ के कोडाडीह गांव में घेराबंदी कर दबोचने में सफलता पाया है। गिरफ्तारी के दो दिनों बाद शुक्रवार को एसपी अमित रेनू और सीआरपीएफ कमांडेंट के नेतृत्व में प्रेसवार्ता कर दोनांे पति पत्नी द्वारा दिए गए नक्सली घटानाआंे की पूरी जानकारी दी। एसपी अमित रेनू ने बताया की 25 लाख के इनामी नक्सली और सेक सदस्य के खिलाफ दुमका में 26 केस तो गिरिडीह के पीरटांड़ और डुमरी में छः नक्सली केस दर्ज है। एसपी ने यह भी बताया की नंदलाल का भतीजा चमन उर्फ लंबू भी संथाल परगना इलाके का हार्डकोर नक्सली है। जबकि पत्नी चांदमुनी दुमका के कई नक्सली कांड में जेल जा चुकी है।
हालांकि दो दिनों के गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस दोनो पति पत्नी नक्सली से कुछ खास उगलवा नही पाई, की पीरटांड़ और मधुबन के तराई वाले इलाके के किन-किन स्थानों पर बंकर है और बकरो में नक्सलियों ने क्या छिपा रखा है। जबकि गिरफ्तार नक्सली नंदलाल उर्फ हितेश दा इसी पीरटांड़ थाना के बेलातांड के जोनराबेड़ा का रहने वाला है और संथाल परगना के दुमका को अपनी पत्नी और भतीजा के साथ नक्सली संगठन के लिए कार्य क्षेत्र बना रखा था। संथाल परगना में संगठन के बीच स्पेशल एरिया कमिटी सेक सदस्य के रूप में जाना जाता था। वहीं उसकी पत्नी भी हार्डकोर नक्सली मानी जाती है और पिछले कई दिनों से दोनो पीरटांड़ के इलाके में दुमका पुलिस से बचते फिरते रहे थे। इतना ही नही इस हार्डकोर नक्सली नंदलाल ने दुमका के भूतपूर्व एसपी अमरजीत बलिहार के हत्याकांड में शामिल था। लेकिन एक दशक से अधिक हुए एसपी बलिहार हत्याकांड के बाद भी फरार चल रहा था। जबकि उसकी पत्नी संथाल परगना इलाके में हुए कई नक्सली कांड में जेल तक जा चुकी थी। इतने बड़े घटनाओं को अंजाम देने वाले इस नक्सली की गिरफ्तारी के दो दिन बाद भी पुलिस को पीरटांड़ और मधुबन इलाके में कुछ सुराग हाथ नहीं लगा। जबकि दोनो से पूछताछ के लिए रांची आईबी और सीआईडी की टीम दो दिन तक गिरिडीह में डेरा जमाए रही।
क्योंकि दोनो को जिला पुलिस बल के साथ एसएसबी के जवानों ने पीरटांड़ के कोडाडीह गांव से उस वक्त दबोचा, जब दोनो पति पत्नी संथाल परगना के दुमका पुलिस से बचते हुए गिरिडीह के पीरटांड़ इलाके में पहुंचे थे। इसी दौरान गुप्त सूचना पर एएसपी अभियान गुलशन तिर्की के नेतृत्व में सीआरपीएफ कमांडेंट अचयूतानंद और डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार डुमरी इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो ने एसएसबी और जिला पुलिस बल के साथ कोडाडीह गांव में सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनो को दबोचा।
इधर प्रेसवार्ता के दौरान एसपी और एएसपी अभियान गुलशन तिर्की ने बताया की दुमका और गिरिडीह में अधिकांश नक्सली मामलो में विस्फोट कर सरकारी संप्तियांे को नुकसान किए जाने से जुड़ा केस दर्ज है।